Many RSS Organizations will be against Modi, 29
New Delhi. Prime Minister Narendra Modi, who was a public servant of the RSS, many organizations of the same RSS have come out to openly oppose the Modi government. There is also a BJP's Kisan Morcha in these organizations. All organizations have united and on 29 October, a huge demonstration against the policies of the government has been announced in Ramlila Maidan of Delhi. Leaders of the program will be led by Swadeshi Jagran Manch. This exhibition will include businessmen and farmers.
The Swadeshi Jagran Manch says that the Modi government has turned away from its old promises and is also importing the things that can be produced in the country. Because of this, the economy of the country has been shattered. The condition of farmers and traders has worsened even more. Therefore, to awaken the government and make people aware about indigenous use, we are going to organize a large rally with dozens of organizations.
In the press, National President of Kisan Mahapanchayat Rampal Jat said that the government is not following its policies too. There is a big difference between his story and doing. The situation is so bad that the farmers' products are being bought at prices less than the MSP. The government is working in support of capitalists and money-lenders.
The BJP Kisan Morcha has also openly come out against it. Naresh Sirohi, President of BJP National Kisan Morcha said that we are also a representative of the farmers along with the BJP leader and wherever they will face problems, we will raise the voice. Regardless of the government of any party.
National Advisor of Indian Farmer Union (Tailat) Warveer Singh said that farmers are the weakest link in the country. Be sure to purchase on the product of farmers. Farmers are being damaged in the name of import. The things that are being produced in the country, the government is also importing it.
RSS के कई संगठन मोदी के खिलाफ, 29 को होगा विशाल प्रदर्शन
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक रहे, अब उसी आरएसएस के कई संगठन मोदी सरकार का खुला विरोध करने उतर आए हैं। इन संगठनों में एक भाजपा का किसान मोर्चा भी है। सभी संगठनों ने एकजुट होकर 29 अक्टूबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में सरकार की नीतियों के खिलाफ विशाल प्रदर्शन का भी एलान किया गया है। प्रदर्शन कार्यक्रम का नेतृत्व स्वदेशी जागरण मंच करेगा। इस प्रदर्शन में व्यापारी और किसान शामिल होंगे।
स्वदेशी जागरण मंच का कहना है कि मोदी सरकार अपने पुराने वादों से मुकर गई है और जिन चीजों का उत्पादन देश में हो सकता है, उसका भी विदेशों से आयात कर रही है। इसकी वजह से देश की अर्थव्यवस्था चरमराने की नौबत आ गई है। किसानों और व्यापारियों की हालत तो और भी ज्यादा खराब हो गई है। इसलिए सरकार को जगाने और लोगों को स्वदेशी उपयोग के प्रति जागरूक करने के लिए हम दर्जनों संगठनों के साथ विशाल रैली करने जा रहे हैं।
प्रेसवार्ता में किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने कहा कि सरकार अपनी नीतियों का भी पालन नहीं कर रही है। उसकी कथनी और करनी में बड़ा फर्क है। हालात यहां तक खराब हैं कि एमएसपी से भी कम दामों पर किसानों के उत्पाद खरीदे जा रहे हैं। सरकार पूंजीवादियों और पैसे वालों के समर्थन में काम कर रही है।
भाजपा किसान मोर्चा भी खुलकर विरोध में आ गया है। भाजपा राष्ट्रीय किसान मोर्चा के अध्यक्ष नरेश सिरोही ने कहा कि हम भाजपा नेता के साथ किसानों के प्रतिनिधि भी हैं और जहां भी उन्हें दिक्कतें आएंगी, हम आवाज उठाएंगे। चाहे किसी भी पार्टी की सरकार हो।
भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के राष्ट्रीय महामंत्री युद्धवीर सिंह ने कहा कि देश में किसान सबसे कमजोर कड़ी हैं। किसानों के उत्पाद पर खरीद सुनिश्चित हो। आयात के नाम पर किसानों का नुकसान हो रहा है। जिन चीजों का उत्पादन अपने देश में हो रहा है, सरकार उसका भी आयात कर रही है।
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