एक टैक्सपेयर का दर्द .. एक आम टैक्सपेयर की पीड़ा तुम हमें वोट दो हम तुम्हें- 15 Lakhs देंगे ..
You vote us
We will give you-
15 Lakhs will give ..
Will give the laptop ..
Will give 72000 ..
Free will give electricity ..
Will give scooty ..
To get rid of debt, we will forgive ..
They will give it ..
Is this not open bribe?
There is no EC or even in this country!
Whether there is a guideline on the commission, can not you induce any temptation to vote?
This is the money of the mass earning money. It must be accountable.
Stop it all
Turn off Varna Drama of this election .. voting.
We are fed up with the middle class, do we work hard for all of them. Honestly pay tax by paying?
Defaulter's debt waiver .. Foucault's Scotty .. Focus dowry, free electricity .. home of free .. two bucks of rice rice .. 4-6 kg of dal ..
How much do you suck?
You are afraid of taking crores of taxes from the upper class in the country. Right now, letting them pay their debt,
Because!
They are your boss!
Poor bulk vote is bank, so free food .. home .. electricity .. debt forgiveness is being given ......
What sin are we going to accept?
While it should be that our taxes should be generous work, if you work in the development of the country, it is good to pay taxes.
But you are being made the highest class and the poor of the whole country .. the world's biggest idolaters.
The Election Commission and the Supreme Court are requested to impose restrictions on freeing the residents of the working country immediately after issuing law so that the citizens of the country do not become cowardly.
The pain of a taxpayer ..
Pain of a common taxpayer
Jai Hind
भक्त : NYAY योजना के लिये ₹ 72000 कहाँ से आएंगे?
मैं : पिछले 5 सालों में जो 15 लाख आनेवाले थे उसके ब्याज से आएंगे 🤗
भक्त : चुप 😷
#RahulForBehtarBharat
#NYAYforIndia
तुम हमें वोट दो
हम तुम्हें-
15 Lakhs देंगे ..
लैपटॉप देंगे ..
72000 देंगे ..
Free की बिजली देंगे ..
Scooty देंगे ..
कर्जा डकार जाना,हम माफ कर देंगे ..
ये देंगे .. वो देंगे ..
ये क्या खुल्लम खुल्ला रिश्वत नहीं ?
कोई चुनाव आयोग है भी कि नहीं इस देश में !
आयोग की कोई गाइडलाइंस है भी कि नहीं,वोट के लिए आप कुछ भी प्रलोभन नहीं दे सकते ?
ये जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा है।इसकी जवाबदेही होनी चाहिये।
रोकिए भई ये सब ..
वर्ना बन्द कीजिये ये चुनाव के नाटक .. मतदान ।
हम मध्यमवर्गीय तंग आ गए हैं,क्या हम इन सबके लिए मेहनत करते हैं। ईमानदारी से भर-भर कर टैक्स चुकाते हैं?
डिफाल्टर की कर्जमाफी .. फोकट की स्कूटी .. फोकट का दहेज,free की बिजली .. free का घर .. दो रुपये किलो चावल .. चार - छह रुपये किलो दाल ..
कितना चूसोगे हमें ?
देश में जो उच्च वर्ग है उससे करोड़ों का टैक्स लेते तुम डरते हो.. राइट ऑफ कर देते हो उनका कर्जा ,
क्योंकि !
वे तुम्हारे आका हैं !
गरीब थोकिया वोट बैंक हैं , इसलिए free खाना .. घर .. बिजली .. कर्जा माफी दिए जा रहे हैं ......
हम किस पाप की सजा भोग रहे हैं ?
जबकि होना ये चाहिये कि हमारे टैक्स से सर्वजनहिताय काम हों,देश के विकास में काम हों तो टैक्स चुकाना अच्छा लगता..
लेकिन आप तो पूरे देश के उच्च वर्ग और गरीब को .. दुनिया के सबसे बड़े हरामखोर ही बनाए जा रहे हैं ।
चुनाव आयोग एवं सर्वोच्च न्यायालय से निवेदन हैं,कर्मशील देश के बाशिन्दों को तुरंत कानून लाकर कुछ भी फ्री देने पर बंदिश लगाई जावे ताकि देश के नागरिक कायर न बने
एक टैक्सपेयर का दर्द ..
एक आम टैक्सपेयर की पीड़ा
जय हिंद
भक्त : NYAY योजना के लिये ₹ 72000 कहाँ से आएंगे?
मैं : पिछले 5 सालों में जो 15 लाख आनेवाले थे उसके ब्याज से आएंगे 🤗
भक्त : चुप 😷
#RahulForBehtarBharat
#NYAYforIndia
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