India Today

✈ बैंक लूट कर भागने वाला जमाना गया। अब अच्छे दिन चल रहे हैं, इसलिए लूटने के बाद कहीं नहीं जाना है। यहीं सुरक्षा मिलेगी। बैंक लूटो और मस्त रहो। 
https://bit.ly/2U6CwMM It was time to run away after robbing the bank. Now good days are going on, so there is nowhere to go after robbing. Security will be found here only. Rob the bank and be cool
The Indian Express has published a report that summons were sent by ED to 5 people including Chhote Ambani, Subhash Chandra and Naresh Goyal, who were raising money from Yes Bank. Brother people did not take the load. No one appeared before the ED yesterday. However, Ambani appeared this morning.
You are aware of Chhoti Ambani that the bogus company was formed ten days before the Rafale deal and HAL was thrown out and given a contract. It seems that the Indian government has opened up the national treasury to save their sinking empire that even if our economy is ruined, Ambani should not sink.
You also know Subhash Chandra of Zee News. There are Rajya Sabha MPs from Haryana with the support of BJP.
Now the big capitalists are not the leaders of any opposition when it is raided. The bourgeoisie of India theoretically keeps the government in its pocket and, if found in a program, strikes the back of the Prime Minister. There will be no action on them, they will be respected.
Action is on farmers. If a farmer takes a loan of fifty thousand rupees from the bank, the bank tortures it, sends goons and pulls a tractor. The farmer commits suicide. This is not an incident. By 2014, a quarter of a million had committed suicide. This rate has subsequently increased to 45 percent annually. The data has not been made public for the last six years.
The data is not being made public. Neither of demonetisation, nor of unemployment, nor of growth rate, nor of loot of banks. In the name of Par Darsita, only Hindu Muslims are the most transparent agenda. Whoever gets riot will get strong security and blessings of Modi government.
Now SBI is going to save the drowned bank. The interest rate of public money in SBI has been cut. Only money left from this deduction is being pumped into Yes Bank. The money that would have been received as interest on the public's deposit capital, will now go to Yes Bank, because the rich people of Yes Bank got robbed.
There will be no recovery of the looted money, the bank will be saved from your money so that Ambani, Adani, Goyal, Mallya can be robbed again from there. They will raise new debt, then sink a bank. Then your money will be robbed.

Modi has such a chowkidari, the slogan is beautiful, robbery.













इंडियन एक्सप्रेस ने रिपोर्ट ​छापी है कि यस बैंक से पैसा उठाने वाले छोटे अम्बानी, सुभाष चंद्रा और नरेश गोयल समेत 5 लोगों को ईडी ने समन भेजा था। भाई लोगों ने लोड नहीं लिया। कल ईडी के सामने कोई पेश नहीं हुआ। हालांकि, आज सुबह अंबानी पेश हुए.

छोटे अंबानी के बारे में आप जानते ही हैं कि राफेल सौदे से पहले दस दिन पहले बोगस कंपनी बनाई थी और एचएएल को बाहर करके उन्हें ठेका दिया गया था। ऐसा लगता है कि भारत सरकार ने उनके डूबते साम्राज्य को बचाने के लिए राष्ट्रीय खजाने को खोल दिया हो कि भले ही हमारी अर्थव्यवस्था बर्बाद हो जाए, अंबानी नहीं डूबना चाहिए। 

जी न्यूज वाले सुभाष चंद्रा को भी आप जानते ही हैं। भाजपा के समर्थन से हरियाणा से राज्यसभा सांसद हैं। 

अब बड़े बड़े पूंजीपति कोई विपक्ष के नेता तो हैं नहीं कि जब तब छापा पड़ जाए। भारत के पूंजीपति सैद्धांतिक रूप से सरकार को जेब में रखते हैं और किसी कार्यक्रम में मिल जाएं तो प्रधानमंंत्री की पीठ ठोंक देते हैं। उन पर कार्रवाई नहीं होगी, उनकी तो इज्जत आफजाई होगी। 

कार्रवाई होती है किसानों पर। कोई किसान बैंक से लाख पचास हजार कर्ज ले ले तो बैंक उसे टॉर्चर करते हैं, गुंडे भेज कर ट्रैक्टर​ खिंचवा लेते हैं। किसान आत्महत्या कर लेता है। यह कोई एक घटना नहीं है। 2014 तक सवा तीन लाख आत्महत्या कर चुके थे। बाद में यह दर सालाना 45 प्रतिशत तक बढ़ गई है। पिछले छह साल से आंकड़ा सार्वजनिक नहीं किया जा रहा है।

आंकड़ा किसी चीज का सार्वजनिक नहीं किया जा रहा है। न नोटबंदी का, न बेरोजगारी का, न विकास दर का, न बैंकों की लूट का। पार​दर्शिता के नाम पर सिर्फ हिंदू मुस्लिम ही सबसे पारदर्शी एजेंडा है। जो दंगा कराएगा, तगड़ी सुरक्षा और मोदी सरकार का आशीर्वाद पाएगा। 

अब डूब चुके बैंक को एसबीआई बचाने जा रहा है। एसबीआई में जो जनता का पैसा है उसकी ब्याज दर में कटौती कर दी गई है। इस कटौती से बचे पैसे को ही यस बैंक में डाला जा रहा है। जो पैसा जनता की जमा पूंजी पर ब्याज के तौर पर मिलता, वही अब यस बैंक में जाएगा, क्योंकि यस बैंक वाला अमीर लोग लूट ले गए। 

लूटे गए पैसे की रिकवरी नहीं होगी, आपके पैसे से डूबता बैंक बचाया जाएगा ताकि आगे चलकर वहां से अम्बानी, अडानी, गोयल, माल्या फिर से लूट सकें। वे नया कर्ज उठाएंगे, फिर कोई बैंक डुबोएंगे। फिर आपके धन पर डाका डाल दिया जाएगा।

मोदी की ऐसी चौकीदारी है, नारा सुंदर सुंदर, लूट करारी है।


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