मंदिर के पास अरबों रुपये कहाँ से आए,
मस्जिद के पास अरबों रुपये कहाँ से आये,
चर्च के पास अरबों रुपये कहाँ से आये,
गुरुद्वारों के पास अरबों रुपये कहाँ से आये...
यह सब आपका ही दिया हुआ है,
पर साइंस और रिसर्च के लिए इनके पास कुछ भी नहीं....
आज वैश्विक कोरोना महामारी के समय आपके दिए हुए अरबों रुपये लेकर यह सारे धर्म स्थान बंद हो गए हैं
और अस्पताल खुलें है.
सारे धर्म गुरु अपने बिलों में छुप गए हैं
और डाक्टरों, नर्सों और अस्पताल के अन्य लोग अपने जीवन की परवाह किए बिना काम कर रहे हैं ...
अब दुबारा दान करने से पहले सोचना कि जरुरत के समय आपके साथ कौन खड़ा था.
आज का मनोमंथन.
#WHO #Unicef
मस्जिद के पास अरबों रुपये कहाँ से आये,
चर्च के पास अरबों रुपये कहाँ से आये,
गुरुद्वारों के पास अरबों रुपये कहाँ से आये...
यह सब आपका ही दिया हुआ है,
पर साइंस और रिसर्च के लिए इनके पास कुछ भी नहीं....
आज वैश्विक कोरोना महामारी के समय आपके दिए हुए अरबों रुपये लेकर यह सारे धर्म स्थान बंद हो गए हैं
और अस्पताल खुलें है.
सारे धर्म गुरु अपने बिलों में छुप गए हैं
और डाक्टरों, नर्सों और अस्पताल के अन्य लोग अपने जीवन की परवाह किए बिना काम कर रहे हैं ...
अब दुबारा दान करने से पहले सोचना कि जरुरत के समय आपके साथ कौन खड़ा था.
आज का मनोमंथन.
#WHO #Unicef
Where did the billions of rupees come from near the temple,
From where did the billions of rupees come from the mosque,
Where did the billions of rupees come to the church,
Where did billions of rupees come from Gurudwaras…
All this is given by you,
But they have nothing for science and research ....
Today all these religious places have been closed by taking your given billions of rupees at the time of global corona epidemic.
And the hospital is open.
All religious gurus have hidden in their bills
And doctors, nurses and other people in the hospital are working regardless of their lives…
Now before donating again, think about who stood with you at the time of need.
Today's nomination.
#WHO #Unicef
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