Breaking News ......
From Govt of Uttar Pradesh
पत्रकार- अनामिका, आप एक साथ 25 स्कूलों में नौकरी एक ही समय पर कैसे मैनेज करती थी ?
अनामिका - एक महीने में 25 दिन स्कूल खुलते हैं तो मै रोज एक स्कूल जाती थी और छुट्टी लिखकर रजिस्टर मे रख आती थी।
पत्रकार - प्रिंसिपल कुछ बोलता नहीं था ?
अनामिका - वो 24 दिन की छुटटी का 10000 लेते हैं
पत्रकार - 25 सकूलों में नियुक्ति कैसे होती गयी ?
अनामिका - जिस स्कूल मे नियुक्ति हुई थी बीएसए मुझे प्यार करने लगा उसी ने मुझे 25 स्कूलों में नौकरी दी और कहा कि एक महीने मे एक स्कूल में एक ही दिन जाना होगा।
पत्रकार - आपको तनख्वाह कितनी मिलती थी ?
अनामिका- एक स्कूल से 45000
पत्रकार - आगे क्या प्लान था ?
अनामिका- 69000 शिक्षकों की भर्ती का रिजल्ट आ जाता तो मैं 50 जिलों में और नौकरी करने वाली थी
पत्रकार - इतनी हिम्मत आई कहाँ से ?
अनामिका - जब UP सरकार भृष्टाचार के लिए ही हो तो हर काम संभव है।
पत्रकार- फिर पकड़ कैसे गयीं ?
अनामिका - एक जिले बीएसए निकला वो रिटायर होने वाला है उसको लॉकडाउन में समय से पैसा नहीं दी तो उसने हरकत कर दी।
पत्रकार - क्या और जिलों मे भी ऐसी टीचर हैं ?
अनामिका - बहुत टीचर है, बीएसए हर टीचर से हर महीने 10-15 हजार लेता है अगर जिले में 500 स्कूल है तो सोच लो एक महीने मे वो कितना कमा रहा है !!
पत्रकार- बीएसए लड़कों से भी पैसे लेता है ?
अनामिका - लडकों से तो 20-20 हजार लेता है लेकिन उन लङको से नहीं लेता जो उसको लड़कियाँ सप्लाई करते हैं।
पत्रकार - क्या सारे बीएसए अय्याश हैं ?
अनामिका - 90 % बीएसए लङकियाँ इस्तेमाल करते हैं और बीएसए 10% गे है वो लङके इस्तेमाल करते हैं जिनसे पैसा नही लेते उसकी इज्जत ले लेते हैं।
पत्रकार - कोई टीचर विरोध नही करती है ?
अनामिका - सर, 35 साल नौकरी करनी होती है शिकायत करेगे तो रोज स्कूल जाना पङेगा और बच्चों को भी पढाना पङेगा।
पत्रकार - फिर टीचर क्यों बनी जब पढाना ही नहीं चाहती हो ?
अनामिका - सर, बच्चों को पढाने के लिए कुछ पता भी तो होना चाहिए न !!
पत्रकार - मतलब तुमको कुछ आता जाता नहीं फिर डिग्री कैसे मिल गयी ?
अनामिका - सर, डिग्री तो प्रधानजी और उनकी चहेतों के पास भी है तो क्या उनको भी पढे लिखे मान लें ? डिग्री कहीं भी बनवा लो आसानी से बन जाती है !!
From Govt of Uttar Pradesh
पत्रकार- अनामिका, आप एक साथ 25 स्कूलों में नौकरी एक ही समय पर कैसे मैनेज करती थी ?
अनामिका - एक महीने में 25 दिन स्कूल खुलते हैं तो मै रोज एक स्कूल जाती थी और छुट्टी लिखकर रजिस्टर मे रख आती थी।
पत्रकार - प्रिंसिपल कुछ बोलता नहीं था ?
अनामिका - वो 24 दिन की छुटटी का 10000 लेते हैं
पत्रकार - 25 सकूलों में नियुक्ति कैसे होती गयी ?
अनामिका - जिस स्कूल मे नियुक्ति हुई थी बीएसए मुझे प्यार करने लगा उसी ने मुझे 25 स्कूलों में नौकरी दी और कहा कि एक महीने मे एक स्कूल में एक ही दिन जाना होगा।
पत्रकार - आपको तनख्वाह कितनी मिलती थी ?
अनामिका- एक स्कूल से 45000
पत्रकार - आगे क्या प्लान था ?
अनामिका- 69000 शिक्षकों की भर्ती का रिजल्ट आ जाता तो मैं 50 जिलों में और नौकरी करने वाली थी
पत्रकार - इतनी हिम्मत आई कहाँ से ?
अनामिका - जब UP सरकार भृष्टाचार के लिए ही हो तो हर काम संभव है।
पत्रकार- फिर पकड़ कैसे गयीं ?
अनामिका - एक जिले बीएसए निकला वो रिटायर होने वाला है उसको लॉकडाउन में समय से पैसा नहीं दी तो उसने हरकत कर दी।
पत्रकार - क्या और जिलों मे भी ऐसी टीचर हैं ?
अनामिका - बहुत टीचर है, बीएसए हर टीचर से हर महीने 10-15 हजार लेता है अगर जिले में 500 स्कूल है तो सोच लो एक महीने मे वो कितना कमा रहा है !!
पत्रकार- बीएसए लड़कों से भी पैसे लेता है ?
अनामिका - लडकों से तो 20-20 हजार लेता है लेकिन उन लङको से नहीं लेता जो उसको लड़कियाँ सप्लाई करते हैं।
पत्रकार - क्या सारे बीएसए अय्याश हैं ?
अनामिका - 90 % बीएसए लङकियाँ इस्तेमाल करते हैं और बीएसए 10% गे है वो लङके इस्तेमाल करते हैं जिनसे पैसा नही लेते उसकी इज्जत ले लेते हैं।
पत्रकार - कोई टीचर विरोध नही करती है ?
अनामिका - सर, 35 साल नौकरी करनी होती है शिकायत करेगे तो रोज स्कूल जाना पङेगा और बच्चों को भी पढाना पङेगा।
पत्रकार - फिर टीचर क्यों बनी जब पढाना ही नहीं चाहती हो ?
अनामिका - सर, बच्चों को पढाने के लिए कुछ पता भी तो होना चाहिए न !!
पत्रकार - मतलब तुमको कुछ आता जाता नहीं फिर डिग्री कैसे मिल गयी ?
अनामिका - सर, डिग्री तो प्रधानजी और उनकी चहेतों के पास भी है तो क्या उनको भी पढे लिखे मान लें ? डिग्री कहीं भी बनवा लो आसानी से बन जाती है !!
No comments:
Post a Comment