By Nidhi Jain
WAS ALMOST KIDNAPPED ON A CHANDIGARH ROAD LAST NIGHT.
That being said, I'd like to take a moment to commend and thank Chandigarh Police for unparalleled efficiency and attention to a distress call from me. They almost restore my faith in the system.
Here's what went down;
I was driving home from the sector-8 market at about 12:15am, and crossed the road into sec-7, where the petrol pump is.
I was also on the phone with a friend at the time, and realised about a minute later that a car was following me.
It was a White SUV, and as I noticed it, it pulled up and started driving alongside my car. I was now in sec-7, heading towards the lights next to St.Johns' in 26.
There were 2 guys inside the SUV, and they seemed to really be enjoying harassing a lone girl in the middle of the night, judging by how often their car swerved,
just enough to scare me that it might hit me.
By now I was totally alert and mildly panic-y, so I decided to turn right from the St.Johns' traffic lights towards Madhya Marg(a more crowded, seemingly safer road).
I tried to turn right from the lights but the SUV blocked my way, forcing me to go straight into sec-26.
I tried to turn right from the lights but the SUV blocked my way, forcing me to go straight into sec-26.
At the next turn, I tried to turn again, but this time they went a step further;
Right at the turn, they blocked the road in front of my car, and the guy in the passenger seat got out of the car and started walking towards me. I reversed as fast as I could and went straight and took the next right turn before they could catch up again.
Right at the turn, they blocked the road in front of my car, and the guy in the passenger seat got out of the car and started walking towards me. I reversed as fast as I could and went straight and took the next right turn before they could catch up again.
I used this time to also call the cops at 100, and explain to them the situation and my exact location and where I was headed. The cop who answered my call, intuitively sensed the urgency in my voice, and promised me that help would be along very soon.
I hung up and had now reached the main road, and hadn't seen the SUV for about 15 seconds, so I hoped, that they'd seen me calling the cops and disappeared. I was wrong.
I was now on a straight road for about 5-6kms (Madhya Marg), and that entire time, the SUV stayed alongside my car, trying to bully me into stopping every 10-15 seconds LITERALLY.
I was in a full-blown panic attack by now because they would keep trying to corner me, and I'd somehow manoeuvre my way out and keep moving.
My hands shaking, my back spasming from fear, half in tears, half bewildered, because I didn't know if I'd make it home tonight.
I was in a full-blown panic attack by now because they would keep trying to corner me, and I'd somehow manoeuvre my way out and keep moving.
My hands shaking, my back spasming from fear, half in tears, half bewildered, because I didn't know if I'd make it home tonight.
Who knew when, or if, the cops would show up.
These guys INCESSANTLY bullied me all the way to Solitaire(end of 6kms), and at the traffic lights, blocked my car for the final time.
This time they meant business, because they left me absolutely no space to move or escape, and the passenger JUMPED out of the car and moved towards mine.
I don't know how, but I reversed my car and moved to the right where there was space, all this while constantly honking so the few vehicles around would know something was wrong.
At this point, the guy had reached my car, banged loudly on my window, AND TRIED TO OPEN THE DOOR HANDLE!
Just as he did this, I saw a PCR pull up at the lights, quite possibly in response to my call. They heard me honking, and saw the SUV swerving left and right in an attempt to block me, and a couple of cops ran out towards the SUV, nabbing it just in time, because they were blocked in by traffic.
I, still shaking from fear, drove straight home, and told Virender Kundu what happened, getting him back with me to file the complaint.
The 2 boys, who of course, are from influential families with political connections, have been arrested and the complaint has been filed.
At the risk of sounding redundant, I need to mention and thank Chd Police again because had it not been for their timely response, I might not be writing this status today.
If this is what women deal with in one of the safer cities in the country, where are we going?
I find it shocking, that in a place with cameras at every light and cops every 200 metres, these boys thought they could either get into my car, or take me into theirs, just because they're from an influential background.
I'm lucky, it seems, to not be the daughter of a common man, because what chance would they have against such VIPs ?
I'm also lucky, because I'm not lying raped and murdered in a ditch somewhere.
If this can happen in Chd, it can happen anywhere.
LADIES! Please be proactive about your own safety;
NOTE THE NUMBER OF ANY VEHICLE THAT TRIES TO HARASS YOU.
DON'T BE AFRAID to call the cops, The minute it starts!
Call your parents, if possible, and let them know where you are and the situation you're in.
Try and run away, in the safest way possible.
YOUR LIFE IS PARAMOUNT! If he walks towards you, use whatever you can as a weapon.
I was never a big fan of weapons, till last night.
Whether it's a gun or mace or taser or a golf club or a knife,
it's going to make you feel safer and more confident.
STAY SAFE, LADIES!
कार चेजिंग की शिकार चंडीगढ़ की
वर्णिका की फेसबुक वॉल से। अंग्रेजी में लिखी गई पोस्ट का दैनिक भास्कर द्वारा हिन्दी में संपादित अंश....
वर्णिका की फेसबुक वॉल से। अंग्रेजी में लिखी गई पोस्ट का दैनिक भास्कर द्वारा हिन्दी में संपादित अंश....
चंडीगढ़ पुलिस को शुक्रिया जिसने मेरे कॉल पर फौरी एक्शन लिया. उन्होंने सिस्टम में मेरे भरोसे को फिर से जिंदा कर दिया है.
सेक्टर 8 मार्केट से रात 12.15 बजे घर के लिए निकली और फोन पर एक दोस्त से बात करते हुए सड़क पार करके सेक्टर 7 में घुसी ही थी कि मुझे लगा कि एक कार मेरा पीछा कर रही है. सफेद रंग की एसयूवी कार मेरी कार के साथ-साथ चलने लगी. तब तक मैं सेक्टर 7 में थी और सेक्टर 26 के सेंट जॉन्स की तरफ बढ़ रही थी.
एसयूवी में दो लड़के आधी रात को एक अकेली लड़की को छेड़कर मजा ले रहे थे. ये लोग इस तरह से मेरा पीछा कर रहे थे कि कई बार मुझे लगा कि ये मेरी कार को ठोंक देंगे. तब तक मैं अलर्ट हो चुकी थी इसलिए मैंने सेंट जॉन्स से राइट टर्न लेकर मध्य मार्ग लेने का प्लान किया जो थोड़ा बिजी और सेफ माना जाता है.
लेकिन राइट टर्न लेने वक्त एसयूवी ने रास्ता रोक दिया जिससे मुझे सीधे सेक्टर 26 की सड़क लेनी पड़ी. मैंने अगले टर्न पर फिर राइट लेने की कोशिश की लेकिन इस बार तो उनलोगों ने सीधे मेरी कार के सामने अपनी गाड़ी लगाई और पैसेंजर सीट पर बैठा लड़का उतरकर मेरी तरफ बढ़ने लगा.
मैंने तुंरत बैक गियर लगाई और इससे पहले कि वो फिर मेरे पास आते, तेजी से अगला राइट टर्न लिया. इस दौरान मैंने 100 नंबर पर फोन करके पुलिस को अपनी हालत और लोकेशन बताई. फोन पर पुलिस ने कहा कि वो जल्दी पहुंच रहे हैं. मैं अब मेन रोड पर पहुंच चुकी थी और 15 सेकेंड से एसयूवी नहीं दिखी तो मुझे लगा कि फोन करता देख वो भाग गए होंगे लेकिन मैं गलत थी.
मध्य मार्ग पर मैं आगे बढ़ रही थी. इस सड़क पर 5-6 किलोमीटर तक एसयूवी मेरी कार के साथ-साथ चलती रही और हर 10-15 सेकेंड पर मेरी कार को रोकने की तरकीब लगाती रही. वो मेरी कार को बार-बार ब्लॉक करके रोकने की कोशिश कर रहे थे और मैं हर बार किसी तरह अपनी कार को निकालकर आगे बढ़ रही थी.
मेरे हाथ कांप रहे थे, कमर जकड़ रहा था, कुछ हक्की-बक्की और कुछ आंखों में आंसू लिए मैं ये सोच रही थी कि पता नहीं आज घर लौट पाऊंगी भी कि नहीं. पता नहीं कब पुलिस वाले आएंगे या आएंगे भी या नहीं.
इन लड़कों ने 6 किलोमीटर तक लगातार मेरा पीछा किया और इस रोड के आखिर में ट्रैफिक लाइट के पास मेरी कार का रास्ता रोक दिया. मुझे भागने या कार निकालने का कोई रास्ता नहीं सूझ रहा. पैसेंजर सीट से फिर एक लड़का उतरकर मेरी तरफ बढ़ा. पता नहीं कैसे लेकिन मैंने कार को रिवर्स गियर में डाला और राइट की तरफ दिखी थोड़ी सी जगह से लगातार हॉर्न बजाती कार निकाली ताकि वहां गुजर रही दूसरी गाड़ियां मेरी हॉर्न सुनकर देखें कि दिक्कत क्या है कि ये लगातार हॉर्न बजा रही है.
तब तक वो लड़का मेरी कार के पास पास आ चुका था. उसने मेरे कार के विंडो पर जोर से हाथ मारा और गेट खोलने की कोशिश की. तभी मेरी नजर एक पुलिस कार पर पड़ी. मैं लगातार हॉर्न बजा रही थी. कुछ पुलिस वाले दौड़कर आए और एसयूवी वालों को पकड़ा.
डर से कांपती मैं सीधे घर गई और अपने पिता वीरेंद्र कुंडु को सब कुछ बताया और फिर उनके साथ एफआईआर करने वापस गई. दोनों लड़के गिरफ्तार हो चुके थे जो निश्चित रूप से प्रभावशाली परिवार से हैं और राजनीतिक कनेक्शन रखते हैं.
चंडीगढ़ पुलिस को शुक्रिया क्योंकि अगर उनके जवान समय पर नहीं आते तो शायद आज मैं ये स्टेट्स नहीं लिख पाती. अगर देश के सबसे सेफ शहर में एक लड़की के साथ ऐसा हो रहा है तो हम कहां जा रहे हैं.
मैं चकित हूं कि जिस शहर में हर रेडलाइट पर कैमरा लगा है और हर 200 मीटर पर पुलिस वाले हैं वहां इन लड़कों ने कैसे सोच लिया कि ये मेरी कार में घुस सकते हैं या मुझे अपनी कार में खींच सकते हैं. सिर्फ इसलिए कि वो एक ताकतवर परिवार से हैं.
ऐसा लगता है कि मैं एक आम आदमी की बेटी ना होने की वजह से खुशकिस्मत हूं नहीं तो इन वीआईपी लोगों के खिलाफ खड़ा होने की उनके पास क्या ताकत होती है. मैं इसलिए भी खुशकिस्मत हूं क्योंकि मैं रेप के बाद किसी नाले में मरी नहीं पड़ी हूं. अगर ये चंडीगढ़ में हो सकता है तो कहीं भी हो सकता है.
लेडीज, अपनी सुरक्षा के लिए खुद सतर्क रहें. कोई गाड़ी अगर आपको तंग कर रहा है तो उसकी गाड़ी का नंबर नोट करिए. जैसे ही कोई पीछा करना शुरू करे तुरंत पुलिस को फोन करिए. अपने मां-बाप को फोन करिए और उनको बताइए कि आप कहां हैं और किस हालत में हैं. सुरक्षित तरीके से जैसे भी भाग सकती हैं, भागने की कोशिश करिए.
आपकी जान सबसे बड़ी चीज है. अगर वो आपके पास आता है तो जो भी चीज मिले उसे हथियार बनाकर खुद को बचाइए. पिछली रात तक मैं किसी भी हथियार की फैन नहीं थी, चाहे वो बंदूक हो, डंडा हो, गोल्फ स्टिक हो या चाकू. लेकिन ये आपको ज्यादा सेफ और आत्मविश्वास से भरे होने का अहसास कराएंगे.
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(चंडीगढ़. हरियाणा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला के नशे में धुत बेटे विकास बराला की कार चेजिंग छेड़खानी से बाल-बाल बचीं सीनियर IAS अधिकारी वीरेंद्र कुंडु की बेटी और DJ वर्णिका कुंडु ने कहा है कि वो लकी हैं कि वो रेप के बाद किसी नाले में मरी नहीं मिलीं.
वर्णिका की कार का शुक्रवार की देर रात चंडीगढ़ में विकास बराला और उसके एक साथी ने काफी देर तक पीछा किया था और बार-बार कार को रोककर वर्णिका तक पहुंचने की कोशिश की. पुलिस ने दोनों लड़कों को गिरफ्तार किया था लेकिन शुक्रवार की शाम में विकास बराला के जमानत पर छूटने की खबर आई.)
Varnika Kundu Chandigarh Brave Girl Story of Courage by Vikas Barala, Haryana BJP president Subhash Barala,
You are a brave girl, the way you handled shows your presence of mind.These boys who are good for nothing should be punished.
Varnika Kundu's Ordeal Shows What Indian Women Face When Reporting Crimes Against The So Called VIP or Powerful
They don't have to earn money,buy a car or a mobile because they get all these I think the moment they are born. So what do they have to do for earning...nothing.they will bug people around them. Actually this is entirely their parents fault..a person having an intension to attack , harass or molest a girl or a woman should be punished by law.These matters should be taken seriously by police..This can happen with anyone.I don't believe it happened it Chandigarh.
Nabanita Dutta
These boys one should not be punished but their parents also should be punished as they must be looking for loop holes to save their beloved sons.
We Salute the Chandigarh Brave Girl Varnika Kundu, here is her Story of Courage
So called victim daughter of IAS from Chandigarh with Vikas Barala. This story is as true as like Jasleen Kaur of Delhi & of Rohtak Sisters.
By
Nidhi Jain [ M Sc Comp ]
Manager Operations
Alfa Bloggers Group
Nidhi@AlfaBloggers.com
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