कक्षा में शिक्षक ने पूछा :
" गांव और शहर में क्या अन्तर है .
एक बालक नें बहुत सुन्दर उत्तर दिया :
" इतना ही अन्तर है कि गांव में कुत्ते आवारा घूमते हैं और गौमाता पाली जाती है ... और शहर में कुत्ता पाला जाता है और गौमाता आवारा घुमती हैं
" मेरे गांव का अनपढ़ आदमी गाय चराने जाता है.
और शहर का पढ़ा लिखा आदमी कुत्ता टहलाने जाता है ! "जीवन का कड़वा सच "
" अनाथ आश्रम में बच्चे मिलतें हैं , गरीबो के " और ...
" वृद्धाश्रम में बुजुर्ग मिलतें हैं , अमीरों के " ...
वक्त के साथ सब बदल जाता है , पुराने ज़माने में जिसे ... ...
" 👍 ठेंगा कहते थे ,
उसे आज 👍 Like कहते है..
" गांव और शहर में क्या अन्तर है .
एक बालक नें बहुत सुन्दर उत्तर दिया :
" इतना ही अन्तर है कि गांव में कुत्ते आवारा घूमते हैं और गौमाता पाली जाती है ... और शहर में कुत्ता पाला जाता है और गौमाता आवारा घुमती हैं
" मेरे गांव का अनपढ़ आदमी गाय चराने जाता है.
और शहर का पढ़ा लिखा आदमी कुत्ता टहलाने जाता है ! "जीवन का कड़वा सच "
" अनाथ आश्रम में बच्चे मिलतें हैं , गरीबो के " और ...
" वृद्धाश्रम में बुजुर्ग मिलतें हैं , अमीरों के " ...
वक्त के साथ सब बदल जाता है , पुराने ज़माने में जिसे ... ...
" 👍 ठेंगा कहते थे ,
उसे आज 👍 Like कहते है..