Lessons for Business Leaders At Lessons for Business Leaders, we are committed to publishing the very Best Motivational and Inspirational Leadership Blogs, Quotes and Articles from the Super Dupper Business Leaders in the world. We are dedicated to helping every new and Seasond Business Leader Create an Excellent Organization and to provide a Daily Mug of Inspiration for all Business Leaders. Leadership https://www.linkedin.com/company/lessons-for-business-leaders
GENERAL और OBC/SC/ST VJNT आदि
ये हुई ना बात!...
👏👏👏👏👏👏👏
उत्तरप्रदेश के हाथरस में
एक कॉलेज के प्रिंसिपल,
जिनका नाम वीरेंद्र पुरी है,
इन महोदय ने जातिगत आरक्षण को मुँह तोड़ जवाब दिया है |
कैसे?!
जैसे कि सरकार ने
GENERAL और OBC/SC/ST VJNT आदि
जातिगत आरक्षण में बाँटा है
प्रिंसिपल पुरी ने भी
सभी छात्रों को
ठीक उसी प्रकार
GENERAL और OBC/SC/ST... A B C D कक्षाओ में बाँट दिया |
और ऐसे ही शिक्षकों को भी बाँट दिया
जैसे जनरल छात्रों को 'जनरल' शिक्षक पढ़ाएंगे,
ओबीसी को ओबीसी,
और SC को SC के शिक्षक,
और ST को ST के शिक्षक पढ़ाएंगे|
इस फार्मूले को प्रिं वीरेन्द्र पुरी जी ने खोजा इसलिए
इसे # चाणक्य फार्मूला कहा जा रहा है |
जल्दी ही इसे, चिकित्सा के क्षेत्र में भी लागू करने की योजना है|
सभी अच्छे सुलझे लोग इसके समर्थन में हैं|
मुझे व्यतिगत तौर पर यह सिस्टम बहुत अच्छा लगा|
इसे पूरे देश में लागू होना चाहिए।
आपकी क्या राय है ?!
जरूर बताएं
आखिर पोल तो खुले इस आरक्षण की!
सहमत हों तो कृपया देशहित में सब साक्षरों में बाँटें ...
( शेयर करें|)
👏🏼👏🏼👏🏼
FORWARDED for YOUR CONSIDERATION
in the GLOBAL FUTURE
as well as NATIONAL INTEREST
👏👏👏👏👏👏👏
उत्तरप्रदेश के हाथरस में
एक कॉलेज के प्रिंसिपल,
जिनका नाम वीरेंद्र पुरी है,
इन महोदय ने जातिगत आरक्षण को मुँह तोड़ जवाब दिया है |
कैसे?!
जैसे कि सरकार ने
GENERAL और OBC/SC/ST VJNT आदि
जातिगत आरक्षण में बाँटा है
प्रिंसिपल पुरी ने भी
सभी छात्रों को
ठीक उसी प्रकार
GENERAL और OBC/SC/ST... A B C D कक्षाओ में बाँट दिया |
और ऐसे ही शिक्षकों को भी बाँट दिया
जैसे जनरल छात्रों को 'जनरल' शिक्षक पढ़ाएंगे,
ओबीसी को ओबीसी,
और SC को SC के शिक्षक,
और ST को ST के शिक्षक पढ़ाएंगे|
इस फार्मूले को प्रिं वीरेन्द्र पुरी जी ने खोजा इसलिए
इसे # चाणक्य फार्मूला कहा जा रहा है |
जल्दी ही इसे, चिकित्सा के क्षेत्र में भी लागू करने की योजना है|
सभी अच्छे सुलझे लोग इसके समर्थन में हैं|
मुझे व्यतिगत तौर पर यह सिस्टम बहुत अच्छा लगा|
इसे पूरे देश में लागू होना चाहिए।
आपकी क्या राय है ?!
जरूर बताएं
आखिर पोल तो खुले इस आरक्षण की!
सहमत हों तो कृपया देशहित में सब साक्षरों में बाँटें ...
( शेयर करें|)
👏🏼👏🏼👏🏼
FORWARDED for YOUR CONSIDERATION
in the GLOBAL FUTURE
as well as NATIONAL INTEREST
My 15 Lakhs have been Recovered
My 15 Lakhs have been Recovered.
How
Let's say ...
1. When Dr Zakir Naik left the country, and his crores of property were seized, the land would be used.
2. When 500 million rupees of the separatists stranded with notebooks and pieces of paper remained unchanged. Dawood's financer committed suicide by jumping from the tower.
3. Fancy baba like Asharam and Rampal looked behind the bars.
4. When Ram Rahim was planning to leave the airport in Canada, he was about to leave. He was stopped from becoming another Maliya.
5. When Dawood's 35,000 crores of assets and 42,000 crores of property were seized in London.
6. When first showing courage, the NIA began to interfere with the evidence of funding from Pakistan to the separatists.
7. When the dead bodies of militants started getting started.
8. When the meat businessman Moin Qureshi was put in jail.
9. When Sadhvi Pragya Thakur was released.
10. When the patriot Colonel became free.
11. When the missionaries and NGOs were spreading chaos from foreign funds
12. When the voice of taking out the Rohingya Muslims living in India for years has been raised.
13. When the three divorces and Halalas like the Muslim society of the Muslims started to oppose it.
14. When the Prime Minister / Chief Minister's residence started worshiping Navratri instead of the Iftar feast
15. When China gave a threat to war at an important place like Drachala, she started retreating and smiling.
Apart from these 15 achievements, 115 can be counted. Not even a scam. There was no political or economic scandal even during Vajpayeeji's era.
So much more ..
But only 15 lakhs have been recovered in that number and the country that will get the next will be a bonus.
Why does the petrol government sell 30 in the 70s, once asked if he also asked .....
Why does the government sell wheat at Rs 2 rupees in rupees two rupees?
Why does kerosene 50 rupees sell in 15 rupees?
40 Why does sugar sell in 26?
Why does 25 rupees worth of rice buy into 1?
Why do lakhs of rupees teach the children free of cost?
Why make 60 million toilets free?
Why does 30 million gas stove free, why? 😊
Also ask bro
In fact, they often ask such expensive bikes of 2-2 lakhs, giving their children 15 kmpl mileage.
Gujarat's Mohandas Karamchand Gandhi can be the father of the nation ...!
Jawaharlal Nehru can be the uncle of all ...!
Mayawati may be the sister of all ...!
Mamta Banerjee can be everyone's sister ...!
Jayalalitha can all be Amma ...!
Sonia Gandhi may be the daughter-in-law of the country ...!
Why is so much hate brother ... !!!
The problem is not that pulses have become expensive ...!
The problem is that nobody is missing. ""
Only
Adani
Ambani
are
God
Jai Hind..
पेट्रोल पंप पर दो नोजल लगवा दो
1 मोदी विरोधी पेट्रोल #63#लीटर वाला !
2 मोदी भक्त #80# रुपये लीटर वाला!!
फिर देखते है कि पेट्रोल और देश पर ज्ञान पेलने वाले भक्तो की भीड़ ज्यादा कोंन से नोजल पर मिलती है
मेरे तो 15 लाख कब के वसूल हो चुके हैं ।
कैसे
आइये बताता हूँ .....
1. जब जाकिर नाइक देश छोड़ कर भागा, और उसकी करोड़ों की संपत्ति जप्त कर ली गयी जो देश के काम आएगी ।
2. जब नोटबन्दी से त्रस्त अलगाववादियों के 500 और हजार के करोड़ों नोट कागज के टुकड़े बनकर रह गए । दाऊद के financer ने टावर से कूदकर आत्महत्या कर ली ।
3. जब आशाराम और रामपाल जैसे फ़र्ज़ी बाबा सलाखों के पीछे दिखे।
4. जब राम रहीम कनाडा में एयरपोर्ट खरीदकर वहां बसने की तैयारी में यहाँ से निकलने ही वाला था । उसे दूसरा माल्या बनने से रोक लिया गया ।
5. जब दाऊद की 35000 करोड़ की दुबई में और 42000 करोड़ की सम्पत्ति लन्दन में जप्त कर ली गयी।
6. जब पहली बार हिम्मत दिखाकर NIA ने अलगाववादियों को पाक से मिलने वाले फंड के सबूतों के साथ धर दबोचना शुरू किया ।
7. जब आतंकवादियों की लाशों का अम्बार लगने लग गया।
8. जब मांस कारोबारी मोईन कुरैशी जेल में डाला गया।
9. जब साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को रिहा किया गया।
10. जब देशभक्त कर्नल पुरोहित आज़ाद हो गए।
11. जब विदेशी चंदे से अराजकता फैला रहे मिशनरीज और NGO पर नकेल कसी गयी।
12. जब वर्षों से भारत में रह रहे रोहिंगया मुसलमानो को बाहर निकालने की आवाज उठाई गई ।
13. जब तीन तलाक़ और हलाला जैसी मुस्लिम समाज की कुरीतियों सरकार द्वारा ही विरोध किया जाने लगा।
14. जब प्रधानमंत्री/मुख्यमंत्री आवास में इफ्तार दावत की जगह नवरात्रि की पूजा की जाने लगी।
15. जब डोकलां जैसी महत्वपूर्ण जगह पर चीन युद्ध की धमकी देते देते खुद पीछे हटा और थूककर चाटने लगा ।
इन 15 उपलब्धियों के अलावा 115 गिनाई जा सकती हैं । घोटाला एक भी नहीं । वाजपेयीजी के जमाने मे भी कोई राजनैतिक या आर्थिक घोटाला नहीं हुआ था ।
है तो और भी बहुत कुछ ..
पर मेरे तो 15 लाख इतने में ही वसूल हो गए और आगे जो देश को मिलेगा वो बोनस होगा।
30 का पेट्रोल सरकार 70 में क्यों बेचती है, ऐसा पूछने वाले एक बार ये भी तो पूछे कि .....
16 रूपये में गेहूं खरीदकर सरकार 2 रूपये में क्यों बेचती है ?
50 रूपये का केरोसिन 15 रूपये में क्यों बेचती है ?
40 रूपये की शक्कर 26 में क्यों बेचती है ?
25 रूपये का चावल खरीदकर 1 में क्यों बाटती है ?
लाखो रुपये टीचरो को तनख्वाह देकर बच्चो को मुफ्त क्यों पढवाती है ?
6 करोड़ शौचालय मुफ्त में क्यों बनवाती है ?
3 करोड़ गैस चूल्हे मुफ्त में क्यों बाटती है, ? 😊
ये भी पूछो भाई
दरअसल अपने बच्चों को 15 kmpl की माइलेज देनेवाली 2-2 लाख की महंगी bike वाले ही अक्सर ऐसे सवाल करते है।.
गुजरात के मोहनदास करमचन्द गांधी राष्ट्र के पिता हो सकते है...!
जवाहर लाल नेहरू सबके चाचा हो सकते है...!
मायावती सबकी बहन हो सकती है...!
ममता बनर्जी सबकी दीदी हो सकती है...!
जयललिता सबकी अम्मा हो सकती है...!
सोनिया गांधी देश की बहू हो सकती है...!
इतनी नफरत क्यों है भाई...!!!
दिक्कत यह नहीं है कि दाल महंगी हो गयी है...!
दिक्कत यह है कि किसी की गल नही रही है.. ""
जय हिन्द..
पेट्रोल पंप पर दो नोजल लगवा दो
1 मोदी विरोधी पेट्रोल #63#लीटर वाला !
2 मोदी भक्त #80# रुपये लीटर वाला!!
फिर देखते है कि पेट्रोल और देश पर ज्ञान पेलने वाले भक्तो की भीड़ ज्यादा कोंन से नोजल पर मिलती है
How
Let's say ...
1. When Dr Zakir Naik left the country, and his crores of property were seized, the land would be used.
2. When 500 million rupees of the separatists stranded with notebooks and pieces of paper remained unchanged. Dawood's financer committed suicide by jumping from the tower.
3. Fancy baba like Asharam and Rampal looked behind the bars.
4. When Ram Rahim was planning to leave the airport in Canada, he was about to leave. He was stopped from becoming another Maliya.
5. When Dawood's 35,000 crores of assets and 42,000 crores of property were seized in London.
6. When first showing courage, the NIA began to interfere with the evidence of funding from Pakistan to the separatists.
7. When the dead bodies of militants started getting started.
8. When the meat businessman Moin Qureshi was put in jail.
9. When Sadhvi Pragya Thakur was released.
10. When the patriot Colonel became free.
11. When the missionaries and NGOs were spreading chaos from foreign funds
12. When the voice of taking out the Rohingya Muslims living in India for years has been raised.
13. When the three divorces and Halalas like the Muslim society of the Muslims started to oppose it.
14. When the Prime Minister / Chief Minister's residence started worshiping Navratri instead of the Iftar feast
15. When China gave a threat to war at an important place like Drachala, she started retreating and smiling.
Apart from these 15 achievements, 115 can be counted. Not even a scam. There was no political or economic scandal even during Vajpayeeji's era.
So much more ..
But only 15 lakhs have been recovered in that number and the country that will get the next will be a bonus.
Why does the petrol government sell 30 in the 70s, once asked if he also asked .....
Why does the government sell wheat at Rs 2 rupees in rupees two rupees?
Why does kerosene 50 rupees sell in 15 rupees?
40 Why does sugar sell in 26?
Why does 25 rupees worth of rice buy into 1?
Why do lakhs of rupees teach the children free of cost?
Why make 60 million toilets free?
Why does 30 million gas stove free, why? 😊
Also ask bro
In fact, they often ask such expensive bikes of 2-2 lakhs, giving their children 15 kmpl mileage.
Gujarat's Mohandas Karamchand Gandhi can be the father of the nation ...!
Jawaharlal Nehru can be the uncle of all ...!
Mayawati may be the sister of all ...!
Mamta Banerjee can be everyone's sister ...!
Jayalalitha can all be Amma ...!
Sonia Gandhi may be the daughter-in-law of the country ...!
Why is so much hate brother ... !!!
The problem is not that pulses have become expensive ...!
The problem is that nobody is missing. ""
Only
Adani
Ambani
are
God
Jai Hind..
पेट्रोल पंप पर दो नोजल लगवा दो
1 मोदी विरोधी पेट्रोल #63#लीटर वाला !
2 मोदी भक्त #80# रुपये लीटर वाला!!
फिर देखते है कि पेट्रोल और देश पर ज्ञान पेलने वाले भक्तो की भीड़ ज्यादा कोंन से नोजल पर मिलती है
मेरे तो 15 लाख कब के वसूल हो चुके हैं ।
कैसे
आइये बताता हूँ .....
1. जब जाकिर नाइक देश छोड़ कर भागा, और उसकी करोड़ों की संपत्ति जप्त कर ली गयी जो देश के काम आएगी ।
2. जब नोटबन्दी से त्रस्त अलगाववादियों के 500 और हजार के करोड़ों नोट कागज के टुकड़े बनकर रह गए । दाऊद के financer ने टावर से कूदकर आत्महत्या कर ली ।
3. जब आशाराम और रामपाल जैसे फ़र्ज़ी बाबा सलाखों के पीछे दिखे।
4. जब राम रहीम कनाडा में एयरपोर्ट खरीदकर वहां बसने की तैयारी में यहाँ से निकलने ही वाला था । उसे दूसरा माल्या बनने से रोक लिया गया ।
5. जब दाऊद की 35000 करोड़ की दुबई में और 42000 करोड़ की सम्पत्ति लन्दन में जप्त कर ली गयी।
6. जब पहली बार हिम्मत दिखाकर NIA ने अलगाववादियों को पाक से मिलने वाले फंड के सबूतों के साथ धर दबोचना शुरू किया ।
7. जब आतंकवादियों की लाशों का अम्बार लगने लग गया।
8. जब मांस कारोबारी मोईन कुरैशी जेल में डाला गया।
9. जब साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को रिहा किया गया।
10. जब देशभक्त कर्नल पुरोहित आज़ाद हो गए।
11. जब विदेशी चंदे से अराजकता फैला रहे मिशनरीज और NGO पर नकेल कसी गयी।
12. जब वर्षों से भारत में रह रहे रोहिंगया मुसलमानो को बाहर निकालने की आवाज उठाई गई ।
13. जब तीन तलाक़ और हलाला जैसी मुस्लिम समाज की कुरीतियों सरकार द्वारा ही विरोध किया जाने लगा।
14. जब प्रधानमंत्री/मुख्यमंत्री आवास में इफ्तार दावत की जगह नवरात्रि की पूजा की जाने लगी।
15. जब डोकलां जैसी महत्वपूर्ण जगह पर चीन युद्ध की धमकी देते देते खुद पीछे हटा और थूककर चाटने लगा ।
इन 15 उपलब्धियों के अलावा 115 गिनाई जा सकती हैं । घोटाला एक भी नहीं । वाजपेयीजी के जमाने मे भी कोई राजनैतिक या आर्थिक घोटाला नहीं हुआ था ।
है तो और भी बहुत कुछ ..
पर मेरे तो 15 लाख इतने में ही वसूल हो गए और आगे जो देश को मिलेगा वो बोनस होगा।
30 का पेट्रोल सरकार 70 में क्यों बेचती है, ऐसा पूछने वाले एक बार ये भी तो पूछे कि .....
16 रूपये में गेहूं खरीदकर सरकार 2 रूपये में क्यों बेचती है ?
50 रूपये का केरोसिन 15 रूपये में क्यों बेचती है ?
40 रूपये की शक्कर 26 में क्यों बेचती है ?
25 रूपये का चावल खरीदकर 1 में क्यों बाटती है ?
लाखो रुपये टीचरो को तनख्वाह देकर बच्चो को मुफ्त क्यों पढवाती है ?
6 करोड़ शौचालय मुफ्त में क्यों बनवाती है ?
3 करोड़ गैस चूल्हे मुफ्त में क्यों बाटती है, ? 😊
ये भी पूछो भाई
दरअसल अपने बच्चों को 15 kmpl की माइलेज देनेवाली 2-2 लाख की महंगी bike वाले ही अक्सर ऐसे सवाल करते है।.
गुजरात के मोहनदास करमचन्द गांधी राष्ट्र के पिता हो सकते है...!
जवाहर लाल नेहरू सबके चाचा हो सकते है...!
मायावती सबकी बहन हो सकती है...!
ममता बनर्जी सबकी दीदी हो सकती है...!
जयललिता सबकी अम्मा हो सकती है...!
सोनिया गांधी देश की बहू हो सकती है...!
इतनी नफरत क्यों है भाई...!!!
दिक्कत यह नहीं है कि दाल महंगी हो गयी है...!
दिक्कत यह है कि किसी की गल नही रही है.. ""
जय हिन्द..
पेट्रोल पंप पर दो नोजल लगवा दो
1 मोदी विरोधी पेट्रोल #63#लीटर वाला !
2 मोदी भक्त #80# रुपये लीटर वाला!!
फिर देखते है कि पेट्रोल और देश पर ज्ञान पेलने वाले भक्तो की भीड़ ज्यादा कोंन से नोजल पर मिलती है
Exposing Amit Shah's son is not my bravery, but ' Journalism ', which I will always keep: Rohini Singh
Exposing Amit Shah's son is not my bravery, but ' Journalism ', which I will always keep: Rohini Singh TheWire
Journalist Rohini Singh, who revealed that the turnover of Amit Shah's son's company has increased 16,000 times in 1 year, has given its response for the first time.
While writing on social networking site Facebook, she says that she did similar disclosures on Robert Vadra in 2011, but the process is still getting there, threats are being given in such a way that they did not face it. *.
He writes this post this morning and says, 'I do not want to write all this about what a journalist should do. I can only speak for myself, my main job is to speak the truth. Question about the period in which the government will remain.
* In 2011 when I wrote a story about the DLF deal on Robert Vadra, I did not remember that such a response was received *.
* The way the messages are being spread through WhatsApp and the audio, all of this is not happening. I do not need to change the location frequently. A close relative of the BJP leader has recorded our call and shared with his supportive politicians (though he is right for them) and after all he is running a poor online campaign.
Often journalists are threatened and upset to bind and limit, this is the main weapon of powerful people.
Someone has said very accurately that the news is what someone wants to suppress and everything else is an advertisement.
I do not know the others but I know that I do not want to distract my attention. I will do this as soon as I do journalism or else I will quit. I can not do journalism which can be seen nowadays.
You are a lot of people who are treating me very well and looking for such qualities in me as much as I do not even have.
I do not do such a story because I am brave but I do this because I am a journalist. The work I have done is not bravery, it is called Journalism.
Journalist Rohini Singh, who revealed that the turnover of Amit Shah's son's company has increased 16,000 times in 1 year, has given its response for the first time.
While writing on social networking site Facebook, she says that she did similar disclosures on Robert Vadra in 2011, but the process is still getting there, threats are being given in such a way that they did not face it. *.
He writes this post this morning and says, 'I do not want to write all this about what a journalist should do. I can only speak for myself, my main job is to speak the truth. Question about the period in which the government will remain.
* In 2011 when I wrote a story about the DLF deal on Robert Vadra, I did not remember that such a response was received *.
* The way the messages are being spread through WhatsApp and the audio, all of this is not happening. I do not need to change the location frequently. A close relative of the BJP leader has recorded our call and shared with his supportive politicians (though he is right for them) and after all he is running a poor online campaign.
Often journalists are threatened and upset to bind and limit, this is the main weapon of powerful people.
Someone has said very accurately that the news is what someone wants to suppress and everything else is an advertisement.
I do not know the others but I know that I do not want to distract my attention. I will do this as soon as I do journalism or else I will quit. I can not do journalism which can be seen nowadays.
You are a lot of people who are treating me very well and looking for such qualities in me as much as I do not even have.
I do not do such a story because I am brave but I do this because I am a journalist. The work I have done is not bravery, it is called Journalism.
*अमित शाह के बेटे को पर्दाफाश करना मेरी बहादुरी नहीं बल्कि ‘पत्रकारिता’ कहलाती है, जो मैं हमेशा करती रहूँगी : रोहिणी सिंह*
अमित शाह के बेटे की कंपनी का टर्नओवर 1 साल में 16000 गुना बढ़ जाने का खुलासा करने वाली पत्रकार रोहिणी सिंह ने पहली बार अपनी प्रतिक्रिया दी है ।
सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर अपनी बात लिखते हुए वह कहती है कि *उन्होंने 2011 में रॉबर्ट वाड्रा पर भी ऐसा ही खुलासा किया था लेकिन जैसी प्रक्रिया अभी मिल रही है, तरह तरह से धमकियां दी जा रही है ऐसा तब उन्हें सामना नहीं करना पड़ा था* ।
आज सुबह वह पोस्ट लिखते हुए कहती हैं ‘मैं यह सब नहीं लिखना चाहती कि एक जर्नलिस्ट को क्या-क्या करना चाहिए । मैं सिर्फ अपने लिए बोल सकती हूं ,मेरा प्रमुख काम है सच बोलना । जिस दौर में जो सरकार रहेगी उससे सवाल करना ।
*2011 में जब मैंने रॉबर्ट वाड्रा पर DLF डील के बारे में स्टोरी लिखी थी तो मुझे नहीं याद कि इस तरह की कोई प्रतिक्रिया मिली थी* ।
*जिस तरह से अभी WhatsApp और ऑडियो के जरिए संदेश फैलाए जा रहे हैं, तब ये सब नहीं हुआ । मुझे बार-बार लोकेशन बदलने की जरूरत नहीं पड़ी* । भाजपा नेता के एक करीबी ने हमारी कॉल रिकॉर्ड करके अपने हिमायती राजनेताओं संग साझा किया (हालांकि उनके लिए ठीक ही है ) और इन सबके बाद वो एक घटिया ऑनलाइन कैंपेन चला रहे हैं ।
अक्सर पत्रकारों को बांधने और सीमित करने के लिए धमकाया और परेशान किया जाता है ,यह शक्तिशाली लोगों का प्रमुख हथियार होता है।
किसी ने बहुत सटीक ही कहा है कि न्यूज़ वही है जिसे कोई दबाना चाहता है बाकी सब तो विज्ञापन है ।
मुझे दूसरों का नहीं पता लेकिन इतना जानती हूं कि मुझे अपना ध्यान नहीं भटकाना है । मैं जब तक पत्रकारिता करूंगी ऐसी ही करूंगी नहीं तो छोड़ दूंगी । मैं वो पत्रकारिता नहीं कर सकती जो आजकल देखने को मिलती है ।
मुझे दूसरों का नहीं पता लेकिन इतना जानती हूं कि मुझे अपना ध्यान नहीं भटकाना है । मैं जब तक पत्रकारिता करूंगी ऐसी ही करूंगी नहीं तो छोड़ दूंगी । मैं वो पत्रकारिता नहीं कर सकती जो आजकल देखने को मिलती है ।
आप लोगों में से बहुत ऐसे हैं जो मेरे साथ बहुत अच्छा व्यवहार कर रहे हैं और मेरे अंदर इतने गुण ढूंढ रहे हैं जितने मेरे पास है भी नहीं।
ऐसी स्टोरी मैं इसलिए नहीं करती कि मैं बहादुर हूं बल्कि मैं ऐसा इसलिए करती हूं क्योंकि मैं पत्रकार हूँ । जो काम मैंने किया है वो बहादुरी नहीं पत्रकारिता (जर्नलिज्म ) कहलाती है
ऐसी स्टोरी मैं इसलिए नहीं करती कि मैं बहादुर हूं बल्कि मैं ऐसा इसलिए करती हूं क्योंकि मैं पत्रकार हूँ । जो काम मैंने किया है वो बहादुरी नहीं पत्रकारिता (जर्नलिज्म ) कहलाती है
RSS Organizations will be against Modi RSS के कई संगठन मोदी के खिलाफ, 29 को होगा विशाल प्रदर्शन
Many RSS Organizations will be against Modi, 29
New Delhi. Prime Minister Narendra Modi, who was a public servant of the RSS, many organizations of the same RSS have come out to openly oppose the Modi government. There is also a BJP's Kisan Morcha in these organizations. All organizations have united and on 29 October, a huge demonstration against the policies of the government has been announced in Ramlila Maidan of Delhi. Leaders of the program will be led by Swadeshi Jagran Manch. This exhibition will include businessmen and farmers.
The Swadeshi Jagran Manch says that the Modi government has turned away from its old promises and is also importing the things that can be produced in the country. Because of this, the economy of the country has been shattered. The condition of farmers and traders has worsened even more. Therefore, to awaken the government and make people aware about indigenous use, we are going to organize a large rally with dozens of organizations.
In the press, National President of Kisan Mahapanchayat Rampal Jat said that the government is not following its policies too. There is a big difference between his story and doing. The situation is so bad that the farmers' products are being bought at prices less than the MSP. The government is working in support of capitalists and money-lenders.
The BJP Kisan Morcha has also openly come out against it. Naresh Sirohi, President of BJP National Kisan Morcha said that we are also a representative of the farmers along with the BJP leader and wherever they will face problems, we will raise the voice. Regardless of the government of any party.
National Advisor of Indian Farmer Union (Tailat) Warveer Singh said that farmers are the weakest link in the country. Be sure to purchase on the product of farmers. Farmers are being damaged in the name of import. The things that are being produced in the country, the government is also importing it.
RSS के कई संगठन मोदी के खिलाफ, 29 को होगा विशाल प्रदर्शन
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक रहे, अब उसी आरएसएस के कई संगठन मोदी सरकार का खुला विरोध करने उतर आए हैं। इन संगठनों में एक भाजपा का किसान मोर्चा भी है। सभी संगठनों ने एकजुट होकर 29 अक्टूबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में सरकार की नीतियों के खिलाफ विशाल प्रदर्शन का भी एलान किया गया है। प्रदर्शन कार्यक्रम का नेतृत्व स्वदेशी जागरण मंच करेगा। इस प्रदर्शन में व्यापारी और किसान शामिल होंगे।
स्वदेशी जागरण मंच का कहना है कि मोदी सरकार अपने पुराने वादों से मुकर गई है और जिन चीजों का उत्पादन देश में हो सकता है, उसका भी विदेशों से आयात कर रही है। इसकी वजह से देश की अर्थव्यवस्था चरमराने की नौबत आ गई है। किसानों और व्यापारियों की हालत तो और भी ज्यादा खराब हो गई है। इसलिए सरकार को जगाने और लोगों को स्वदेशी उपयोग के प्रति जागरूक करने के लिए हम दर्जनों संगठनों के साथ विशाल रैली करने जा रहे हैं।
प्रेसवार्ता में किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने कहा कि सरकार अपनी नीतियों का भी पालन नहीं कर रही है। उसकी कथनी और करनी में बड़ा फर्क है। हालात यहां तक खराब हैं कि एमएसपी से भी कम दामों पर किसानों के उत्पाद खरीदे जा रहे हैं। सरकार पूंजीवादियों और पैसे वालों के समर्थन में काम कर रही है।
भाजपा किसान मोर्चा भी खुलकर विरोध में आ गया है। भाजपा राष्ट्रीय किसान मोर्चा के अध्यक्ष नरेश सिरोही ने कहा कि हम भाजपा नेता के साथ किसानों के प्रतिनिधि भी हैं और जहां भी उन्हें दिक्कतें आएंगी, हम आवाज उठाएंगे। चाहे किसी भी पार्टी की सरकार हो।
भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के राष्ट्रीय महामंत्री युद्धवीर सिंह ने कहा कि देश में किसान सबसे कमजोर कड़ी हैं। किसानों के उत्पाद पर खरीद सुनिश्चित हो। आयात के नाम पर किसानों का नुकसान हो रहा है। जिन चीजों का उत्पादन अपने देश में हो रहा है, सरकार उसका भी आयात कर रही है।
Honesty
At the point of Death, a Man, Mr Tom Smith, called his children and he advised them to follow his footsteps so that they can have peace of mind in all that they do..
His daughter, Sara, said,
"Daddy, its unfortunate you are dying without a Penny in your Bank
Other fathers' that you tag as being corrupt, thieves of public funds left houses and properties for their children; even this house we live in is a rented apartment..
Sorry, I can't emulate you, just go, let's chart our own course..
Few moments later, their father gave up the spirit.. :(
Three years later, Sara went for an Interview in a Multi National Company [ MNC ] AeroSoft Corp.
At Interview the Chairman of tAeroSoft Corp asked,
"Which Smith are you..??"
Sara replied,
"I am Sara Smith. My Dad Mr Tom Smith is now late.."
Chairman cuts in,
"O my God, you are Tom Smith's daughter..?"
He turned to the other members and said,
"This Smith man was the one that signed my membership form into the Institute of Administrators and his recommendation earned me where I am today. He did all these free. I didn't even know his address, he never knew me. He just did it for me.."
He turned to Sara,
"I have no questions for you, consider yourself as having gotten this job, come tomorrow, your letter will be waiting for you.."
Sara Smith became the Corporate Affairs Manager of the company with two Cars with Drivers, A duplex attached to the office, and a salary of £1,00,000 per month excluding allowances and other costs..
After two years of working in the company, the MD of the company came from America to announce his intention to resign and needed a replacement. A personality with high integrity was sought after, again the company's Consultant nominated Sara Smith..
In an interview, she was asked the secret of her success,,
With tears, she replied, "My Daddy paved these ways for me. It was after he died that I knew that he was financially poor but stinkingly rich in integrity, discipline and honesty".
She was asked again, why she is weeping since she is no longer a kid as to miss her dad still after a long time..
She replied, "At the point of death, I insulted my dad for being an honest man of integrity. I hope he will forgive me in his grave now. I didn't work for all these, he did it for me to just walk in".
So, finally she was asked, "Will you follow your father's foot steps as he requested ?"
And her simple answer was, "l now adore the man, I have a big picture of him in my living room and at the entrance of my house. He deserves whatever I have after God".
Are you like Tom Smith..?
It pays to build a name, the reward doesn't come quickly but it will come however long it may take and it lasts longer..
Integrity, discipline, self control and fear of God makes a man wealthy, not the fat Bank Account ..
Leave a good heritage for your children..
As an agent of CHANGE, please share this true life story with your loved ones..
🙏🙏🙏
मौत के समय, एक आदमी, टॉम स्मिथ, ने अपने बच्चों को बुलाया और उन्होंने उन्हें अपने पैरों का अनुसरण करने की सलाह दी ताकि वे जो कुछ भी करते हैं उन्हें मन की शांति हो सके ..
उनकी बेटी सारा ने कहा,
पिताजी, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आप अपने बैंक में एक पैसा बिना मर रहे हैं
अन्य पिता 'जिन्हें आप भ्रष्ट होने के रूप में टैग करते हैं, सार्वजनिक निधियों के चोर अपने बच्चों के लिए घरों और संपत्ति छोड़ देते हैं; यहां तक कि इस घर में हम रहते हैं एक किराए पर मकान है ..
क्षमा करें, मैं आप का अनुकरण नहीं कर सकता, बस जाओ, अपने स्वयं के पाठ्यक्रम का चार्ट करें ..
कुछ पलों बाद, उनके पिता ने आत्मा छोड़ दी ..
तीन साल बाद, सारा एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में एक साक्षात्कार के लिए गई ..
साक्षात्कार में समिति के अध्यक्ष ने पूछा,
"कौन सा स्मिथ हैं . . ??"
सारा ने कहा,
"मैं सारा स्मिथ हूं मेरा पिता टॉम स्मिथ अब देर हो चुकी है .."
अध्यक्ष में कटौती,
"हे मेरे भगवान, आप टॉम स्मिथ की बेटी हैं ...?"
वह दूसरे सदस्यों के पास गया और कहा,
"यह स्मिथ आदमी था जिसने मेरी सदस्यता फार्म संस्थान के प्रशासकों में हस्ताक्षरित किया और उसकी सिफारिश मुझे अर्जित की, जहां आज मैं हूं। उन्होंने यह सब नि: शुल्क किया था। मुझे उसका पता भी नहीं पता था, मुझे कभी नहीं पता था। यह मेरे लिए .. "
वह सारा में बदल गया,
"मेरे पास आपके लिए कोई सवाल नहीं है, खुद को इस नौकरी पाने के बारे में सोचें, कल आओ, आपका पत्र आपके लिए इंतजार कर रहा है .."
सारा स्मिथ कंपनी की कारपोरेट अफेयर्स मैनेजर बन गया, जिसमें दो कारें ड्राइवर के साथ थीं, कार्यालय से जुड़ी एक डुप्लेक्स और भत्ता और अन्य लागतों के अलावा प्रति माह £ 1,00,000 का वेतन।
कंपनी में काम करने के दो साल बाद, कंपनी के एमडी ने इस्तीफा देने के इरादे की घोषणा करने और एक प्रतिस्थापन की जरूरत के लिए अमेरिका से आया था। उच्च अखंडता के साथ एक व्यक्तित्व की मांग की गई, फिर से कंपनी के सलाहकार ने सारा स्मिथ को नामित किया।
एक साक्षात्कार में, उसे अपनी सफलता के रहस्य से कहा गया था
आँसू के साथ, उसने जवाब दिया, "मेरे पिताजी ने मेरे लिए ये मार्ग प्रशस्त किया था। उसके बाद वह मर गया था कि मुझे पता था कि वह आर्थिक रूप से गरीब था, लेकिन अशिष्टता, अनुशासन और ईमानदारी में गहरी अमीर"।
उसे फिर से पूछा गया, वह क्यों रो रही है क्योंकि वह अब एक बच्चा नहीं है, क्योंकि वह लंबे समय के बाद भी उसके पिता को याद करती है ..
उसने जवाब दिया, "मौत के समय, मैंने अपने पिता को ईमानदार ईमानदार व्यक्ति के रूप में अपमान किया। मुझे उम्मीद है कि वह अब अपनी कब्र में मुझे माफ कर देंगे। मैंने इन सभी के लिए काम नहीं किया, उसने मुझे ऐसा करने के लिए किया में "।
इसलिए, आखिरकार उसे पूछा गया, "क्या आप अपने पिता के पैर के चरणों का पालन करेंगे जैसा वह अनुरोध करता है?"
और उसका सरल उत्तर था, "मैं अब आदमी को पसंद करता हूं, मेरे पास मेरे रहने वाले कमरे में और मेरे घर के द्वार पर एक बड़ी तस्वीर है।"
क्या आप टॉम स्मिथ को पसंद करते हैं ..?
यह एक नाम बनाने का भुगतान करता है, इनाम जल्दी नहीं आती है, लेकिन यह आ जाएगा लेकिन लंबे समय तक यह लगेगा और यह अधिक समय तक रहता है ..
ईमानदारी, अनुशासन, आत्म नियंत्रण और ईश्वर का भय एक व्यक्ति को धनी बना देता है, वसा बैंक खाता नहीं।
अपने बच्चों के लिए एक अच्छी विरासत छोड़ दो ..
परिवर्तन के एक एजेंट के रूप में, कृपया अपने प्रियजनों के साथ इस सच्ची जीवन कहानी को साझा करें ..
A Prayer Of Common Shopkeeper
आदरणीय मोदीजी,
सादर प्रणाम !
🌹एक आम दूकानदार कि प्रार्थना । 🌹
ये मैसेज ख़ास आप तक पहुंचाने के लिए लिख रहा हु ....। क्योकि, मोदीजी और BJP शुरू से ही मेरे आदर्श रहे है....।
मै एक आम दूकानदार हु...., रोज सुबह से रात तक मै अपनी दुकान पर कडी मेहनत करता हु...और पूरी ईमानदारी और कर्त्तव्य निष्ठां से अपना काम करता हु.... निश्चितही आपको इस बात का अहसास जरूर होगा। क्योकि राजनीति में आने से पहले आप भी एक चाय की दुकान ही लगाते थे ।
परन्तु, अब मै आपसे और आपकी सरकार से काफी परेशान हो चूका हु.....आपकी सरकार बिना सोचे समझे जो फैसले लेती है, उनसे हम सभी दुकानदारों पर बहुत असर पड रहा है......हमें हर महीने कोई फिक्स सैलरी तो मिलती नहीं .....हर दिन हमें खुद ही कमाना पड़ता है..…ऊपर से आपकी सरकार के फैसले.....
नोटबंदी के वक्त भी आपके फैसलों की वजह से सबसे ज्यादा नुकसान हम दुकानदार लोगो का ही हुआ था...,पर पहले हम चुप थे कि, शायद बाद में कोई फायदा मिलेगा....परन्तु नहीं....इस पुरे नोटबंदी के प्रोग्राम में पूरे देश में एक भी सरकारी कर्मचारी का एक भी दिन का भी पैसा नहीं डूबा.... परंतु, हम व्यापारी लोगोका पूरे एक महीने का धंधा आपने चौपट कर दिया....।
चलो कोई बात नहीं....,बर्दाश्त किया हमने....। क्योकि आप हमारे आदर्श और हम ठहरे पक्के BJP भक्त....
आपको क्या लगता है...., देश के सबसे बड़े आतंकवादी और घुसपैठिये हम दूकानदार लोग ही है......।
पर कोई बात नहीं.....हम फिर अपनी आँखों पे पट्टी बाँध के बोले...., जय मोदीजी....जय मोदीजी.... हर घर मोदीजी....।
रही बात GST की, तो हम दुकानदार व्यापारी, रेग्युलर टॅक्स भरते आये है, और भरते रहेंगे । कोई दुकानदार ऐसा नहीं सोचता की, मै टॅक्स क्यों भरू। लेकिन दिक्कत ये है की, टॅक्स भरने के जटिल तरीके के कारण, महीने में 3 बार (वेटवाले) टॅक्स भरणे CA के पास, जाना पडता है। अब CA भी अपनी फ़ीस 4 गुना करने की तैयारी में है। वाजिब भी है , क्योकि, अब CA को वर्ष में 4 गुना ज्यादा बार दुकानदार का काम करना पडता है।
दूसरी मार दुकानदार पर ये है की, उसको अब एक अकाऊंटंट भी रखना पड़ेगा। उसको भी पगार देनी होगी। कंप्यूटर और अकाउंट का जानकार , रुपये 10 हजारसे कम में तो मिलेगा नहीं।
अब व्यापारियो को बोल रहे है। देश में 65 % व्यापारी तो, 70 लाख से कम टर्न-ओव्हर वाले है,वो कम्पोजीशन स्कीम में आते है। उन्हें अपनी सेल का 1% टेक्स देना है। चलो यह ठीक है। अब बात करते है 1% की । एक दुकानदार अगर लगभग 5.83 लाख की सीमेंट 1 महीने में बेचता है, तो साल के 70 लाख की लगभग खपत होती है। 70 लाख में सिमेंट बैग, लगभग 24,200 होते है। आज कॉम्पिटेशन में दुकानदार एक बॅग सिमेंटपर 3 से 4 रूपये कमाता हे। अब इन सिमेंट बॅग्ज विक्री की कूल कमाई हुई, लगभग 96,000/- रूपये। अब सेल का 1% 70,000/- का उसको टॅक्स भरना है, पर उसको बचते है सिर्फ 26,000 रूपये। इस पैसे से उसको दुकान किराया भरना, पुरे वर्ष खुद का घर चलाना है ।
कृपया बताइये, यह कैसे संभव है........।
ये बात जेटलीजी कभी समज नहीं सकते, क्योकि, उन्होंने कभी दुकान चलाई ही नही ।
अब मुद्दे कि बात : - आप एक दूकानदार आदमी (मोदीजी) होकर भी, हम दुकानदारों कि तकलीफ समझने कि बजाय, और ज्यादा तकलीफे बढ़ाते रहोगे, तो हम भी अपने कलेजे पे पत्थर रखकर अब से आने वाले हर इलेक्शन में BJP को एक भी वोट नहीं देंगे.....। सीधी सी बात है...., आपने हमारा धंधा बंद करवाया......, तो फिर अब हम आपका धंधा बंद करवायेंगे....। आपको तब पता चलेगा मोदीजी..., जब आपके पेटपे लात पड़ेगी तो, कैसा महसुस होता है ....।
जो भी दूकानदार भाई.., मेरे इस विचार से सहमत हो, इसे बाकी दुकानदारों को फॉरवर्ड करे....।
इसे ज्यादा से ज्यादा लोगो तक पहुचाये.....,
और जब तक अपने आप पर हो रहे अत्याचार बंद नहीं हो जाते...,
कसम खाओ कि, दिन में एक बार तो भी इस मैसेज को जरूर किसी ना किसी को अवश्य भेजेंगे ..., पर अपना गुस्सा शांत नहीं होने देगे .....।।
http://www.anxietyattak.com/2017/10/a-prayer-of-common-shopkeeper.html
🙏 मन्दी से परेशान, एक व्यापारी 🙏
Respected Modiji,
Bests Regards !
🌹 A Prayer Of Common Shopkeeper 🌹
I am writing to send this message to you. Because, Modiji and BJP have been my idol from the beginning ...
I am a common shopkeeper ..., I work hard every day from morning to night ... and I do my work with full sincerity and devotion. Surely you will definitely realize this. Before coming into politics, you used to own a tea shop.
But now, I have been very upset with you and your government ... Whatever decision your government takes without thinking, we have a great effect on all the shopkeepers ... we fix every month Salary does not get ... Every day we have to earn ourselves ... .. Your government's decision above ...
Even during the note-taking, due to your decisions, the biggest loss was due to the shopkeeper logo ... but before we were silent that maybe there will be some benefit later ... but no ... this ban on ban In the program, not even a single day of single government employee spent the entire country in the program .... But, we made a whole month of business dealer with you.
Let's not talk about it. Because you are our ideals and we are the suretosed BJP devotees ....
What do you think ..., the country's biggest terrorist and intruder, we are the shopkeepers .......
But no matter ..... We again talk about tapping our eyes ..., Jai Modiji .... Jai Modiji .... every house Modiji .....
If we talk about GST, then we have filled the shopkeeper businessman, regular tax, and will continue to fill. No shopkeeper thinks why I should pay a tax But the problem is that, due to the complexity of tax filing, it has to go to CA, paying 3 times (weighted tax) a month. Now the CA is also preparing to pay its fees 4 times. It is also reasonable, because now CA has to work 4 times more times a shopkeeper.
On the second hand shopkeeper, it is that he will have to keep an account now. He will also have to pay the salary. Computer and account knowledge will not be available in less than Rs.10 thousand.
Now the businessmen are speaking. 65% of the businessmen in the country, who have less than 70 lakh turnover, come in the composition scheme. They have to give 1% of their cell tax. Let's get it right. Now let's talk about 1%. If a shopkeeper sells about 5.83 lakh cement for one month, then approximately 7 million of the year is consumed. The cement bag is around 24,200 in 70 lakhs. Today, in the Competition, the shopkeeper earns 3 to 4 rupees for a bag cement. Now the earning of these cement bags sales is around Rs. 96,000 / -. Now, 1% of the cell is paying a tax of 70,000 / - but it avoids only Rs. 26,000. Filling the shop rent with this money, running the house for the whole year.
Please tell me how is this possible .........
Jaitley can never understand this thing, because he never ran the shop.
Now the point is: - Even if you are a shopkeeper (Modiji), we will continue to increase the sufferings of the shopkeepers instead of understanding them, we also keep stones on our lapses, and in every election coming from now, will not give...... It is a straightforward thing ..., you have closed our business ..., then now we will shut down your business ..... You will know Modiji ..., when your stomach kicks, then how does it feel .....
Whatever the shopkeeper brother .., agree with this idea, forward it to the rest of the shopkeepers ..... Bring it
to more and more people ....., and as long as the atrocities on your own will not stop ..., swear that, even once a day, this message will definitely send to someone or someone. ..., but do not let your anger calm down .......
Bothered by the chase, a Businessman 🙏
🌹 A Prayer Of Common Shopkeeper 🌹
आदरणीय मोदीजी,
सादर प्रणाम !
🌹एक आम दूकानदार कि प्रार्थना । 🌹
ये मैसेज ख़ास आप तक पहुंचाने के लिए लिख रहा हु ....। क्योकि, मोदीजी और BJP शुरू से ही मेरे आदर्श रहे है....।
मै एक आम दूकानदार हु...., रोज सुबह से रात तक मै अपनी दुकान पर कडी मेहनत करता हु...और पूरी ईमानदारी और कर्त्तव्य निष्ठां से अपना काम करता हु.... निश्चितही आपको इस बात का अहसास जरूर होगा। क्योकि राजनीति में आने से पहले आप भी एक चाय की दुकान ही लगाते थे ।
परन्तु, अब मै आपसे और आपकी सरकार से काफी परेशान हो चूका हु.....आपकी सरकार बिना सोचे समझे जो फैसले लेती है, उनसे हम सभी दुकानदारों पर बहुत असर पड रहा है......हमें हर महीने कोई फिक्स सैलरी तो मिलती नहीं .....हर दिन हमें खुद ही कमाना पड़ता है..…ऊपर से आपकी सरकार के फैसले.....
नोटबंदी के वक्त भी आपके फैसलों की वजह से सबसे ज्यादा नुकसान हम दुकानदार लोगो का ही हुआ था...,पर पहले हम चुप थे कि, शायद बाद में कोई फायदा मिलेगा....परन्तु नहीं....इस पुरे नोटबंदी के प्रोग्राम में पूरे देश में एक भी सरकारी कर्मचारी का एक भी दिन का भी पैसा नहीं डूबा.... परंतु, हम व्यापारी लोगोका पूरे एक महीने का धंधा आपने चौपट कर दिया....।
चलो कोई बात नहीं....,बर्दाश्त किया हमने....। क्योकि आप हमारे आदर्श और हम ठहरे पक्के BJP भक्त....
आपको क्या लगता है...., देश के सबसे बड़े आतंकवादी और घुसपैठिये हम दूकानदार लोग ही है......।
पर कोई बात नहीं.....हम फिर अपनी आँखों पे पट्टी बाँध के बोले...., जय मोदीजी....जय मोदीजी.... हर घर मोदीजी....।
रही बात GST की, तो हम दुकानदार व्यापारी, रेग्युलर टॅक्स भरते आये है, और भरते रहेंगे । कोई दुकानदार ऐसा नहीं सोचता की, मै टॅक्स क्यों भरू। लेकिन दिक्कत ये है की, टॅक्स भरने के जटिल तरीके के कारण, महीने में 3 बार (वेटवाले) टॅक्स भरणे CA के पास, जाना पडता है। अब CA भी अपनी फ़ीस 4 गुना करने की तैयारी में है। वाजिब भी है , क्योकि, अब CA को वर्ष में 4 गुना ज्यादा बार दुकानदार का काम करना पडता है।
दूसरी मार दुकानदार पर ये है की, उसको अब एक अकाऊंटंट भी रखना पड़ेगा। उसको भी पगार देनी होगी। कंप्यूटर और अकाउंट का जानकार , रुपये 10 हजारसे कम में तो मिलेगा नहीं।
अब व्यापारियो को बोल रहे है। देश में 65 % व्यापारी तो, 70 लाख से कम टर्न-ओव्हर वाले है,वो कम्पोजीशन स्कीम में आते है। उन्हें अपनी सेल का 1% टेक्स देना है। चलो यह ठीक है। अब बात करते है 1% की । एक दुकानदार अगर लगभग 5.83 लाख की सीमेंट 1 महीने में बेचता है, तो साल के 70 लाख की लगभग खपत होती है। 70 लाख में सिमेंट बैग, लगभग 24,200 होते है। आज कॉम्पिटेशन में दुकानदार एक बॅग सिमेंटपर 3 से 4 रूपये कमाता हे। अब इन सिमेंट बॅग्ज विक्री की कूल कमाई हुई, लगभग 96,000/- रूपये। अब सेल का 1% 70,000/- का उसको टॅक्स भरना है, पर उसको बचते है सिर्फ 26,000 रूपये। इस पैसे से उसको दुकान किराया भरना, पुरे वर्ष खुद का घर चलाना है ।
कृपया बताइये, यह कैसे संभव है........।
ये बात जेटलीजी कभी समज नहीं सकते, क्योकि, उन्होंने कभी दुकान चलाई ही नही ।
अब मुद्दे कि बात : - आप एक दूकानदार आदमी (मोदीजी) होकर भी, हम दुकानदारों कि तकलीफ समझने कि बजाय, और ज्यादा तकलीफे बढ़ाते रहोगे, तो हम भी अपने कलेजे पे पत्थर रखकर अब से आने वाले हर इलेक्शन में BJP को एक भी वोट नहीं देंगे.....। सीधी सी बात है...., आपने हमारा धंधा बंद करवाया......, तो फिर अब हम आपका धंधा बंद करवायेंगे....। आपको तब पता चलेगा मोदीजी..., जब आपके पेटपे लात पड़ेगी तो, कैसा महसुस होता है ....।
जो भी दूकानदार भाई.., मेरे इस विचार से सहमत हो, इसे बाकी दुकानदारों को फॉरवर्ड करे....।
इसे ज्यादा से ज्यादा लोगो तक पहुचाये.....,
और जब तक अपने आप पर हो रहे अत्याचार बंद नहीं हो जाते...,
कसम खाओ कि, दिन में एक बार तो भी इस मैसेज को जरूर किसी ना किसी को अवश्य भेजेंगे ..., पर अपना गुस्सा शांत नहीं होने देगे .....।।
http://www.anxietyattak.com/2017/10/a-prayer-of-common-shopkeeper.html
🙏 मन्दी से परेशान, एक व्यापारी 🙏
सादर प्रणाम !
🌹एक आम दूकानदार कि प्रार्थना । 🌹
ये मैसेज ख़ास आप तक पहुंचाने के लिए लिख रहा हु ....। क्योकि, मोदीजी और BJP शुरू से ही मेरे आदर्श रहे है....।
मै एक आम दूकानदार हु...., रोज सुबह से रात तक मै अपनी दुकान पर कडी मेहनत करता हु...और पूरी ईमानदारी और कर्त्तव्य निष्ठां से अपना काम करता हु.... निश्चितही आपको इस बात का अहसास जरूर होगा। क्योकि राजनीति में आने से पहले आप भी एक चाय की दुकान ही लगाते थे ।
परन्तु, अब मै आपसे और आपकी सरकार से काफी परेशान हो चूका हु.....आपकी सरकार बिना सोचे समझे जो फैसले लेती है, उनसे हम सभी दुकानदारों पर बहुत असर पड रहा है......हमें हर महीने कोई फिक्स सैलरी तो मिलती नहीं .....हर दिन हमें खुद ही कमाना पड़ता है..…ऊपर से आपकी सरकार के फैसले.....
नोटबंदी के वक्त भी आपके फैसलों की वजह से सबसे ज्यादा नुकसान हम दुकानदार लोगो का ही हुआ था...,पर पहले हम चुप थे कि, शायद बाद में कोई फायदा मिलेगा....परन्तु नहीं....इस पुरे नोटबंदी के प्रोग्राम में पूरे देश में एक भी सरकारी कर्मचारी का एक भी दिन का भी पैसा नहीं डूबा.... परंतु, हम व्यापारी लोगोका पूरे एक महीने का धंधा आपने चौपट कर दिया....।
चलो कोई बात नहीं....,बर्दाश्त किया हमने....। क्योकि आप हमारे आदर्श और हम ठहरे पक्के BJP भक्त....
आपको क्या लगता है...., देश के सबसे बड़े आतंकवादी और घुसपैठिये हम दूकानदार लोग ही है......।
पर कोई बात नहीं.....हम फिर अपनी आँखों पे पट्टी बाँध के बोले...., जय मोदीजी....जय मोदीजी.... हर घर मोदीजी....।
रही बात GST की, तो हम दुकानदार व्यापारी, रेग्युलर टॅक्स भरते आये है, और भरते रहेंगे । कोई दुकानदार ऐसा नहीं सोचता की, मै टॅक्स क्यों भरू। लेकिन दिक्कत ये है की, टॅक्स भरने के जटिल तरीके के कारण, महीने में 3 बार (वेटवाले) टॅक्स भरणे CA के पास, जाना पडता है। अब CA भी अपनी फ़ीस 4 गुना करने की तैयारी में है। वाजिब भी है , क्योकि, अब CA को वर्ष में 4 गुना ज्यादा बार दुकानदार का काम करना पडता है।
दूसरी मार दुकानदार पर ये है की, उसको अब एक अकाऊंटंट भी रखना पड़ेगा। उसको भी पगार देनी होगी। कंप्यूटर और अकाउंट का जानकार , रुपये 10 हजारसे कम में तो मिलेगा नहीं।
अब व्यापारियो को बोल रहे है। देश में 65 % व्यापारी तो, 70 लाख से कम टर्न-ओव्हर वाले है,वो कम्पोजीशन स्कीम में आते है। उन्हें अपनी सेल का 1% टेक्स देना है। चलो यह ठीक है। अब बात करते है 1% की । एक दुकानदार अगर लगभग 5.83 लाख की सीमेंट 1 महीने में बेचता है, तो साल के 70 लाख की लगभग खपत होती है। 70 लाख में सिमेंट बैग, लगभग 24,200 होते है। आज कॉम्पिटेशन में दुकानदार एक बॅग सिमेंटपर 3 से 4 रूपये कमाता हे। अब इन सिमेंट बॅग्ज विक्री की कूल कमाई हुई, लगभग 96,000/- रूपये। अब सेल का 1% 70,000/- का उसको टॅक्स भरना है, पर उसको बचते है सिर्फ 26,000 रूपये। इस पैसे से उसको दुकान किराया भरना, पुरे वर्ष खुद का घर चलाना है ।
कृपया बताइये, यह कैसे संभव है........।
ये बात जेटलीजी कभी समज नहीं सकते, क्योकि, उन्होंने कभी दुकान चलाई ही नही ।
अब मुद्दे कि बात : - आप एक दूकानदार आदमी (मोदीजी) होकर भी, हम दुकानदारों कि तकलीफ समझने कि बजाय, और ज्यादा तकलीफे बढ़ाते रहोगे, तो हम भी अपने कलेजे पे पत्थर रखकर अब से आने वाले हर इलेक्शन में BJP को एक भी वोट नहीं देंगे.....। सीधी सी बात है...., आपने हमारा धंधा बंद करवाया......, तो फिर अब हम आपका धंधा बंद करवायेंगे....। आपको तब पता चलेगा मोदीजी..., जब आपके पेटपे लात पड़ेगी तो, कैसा महसुस होता है ....।
जो भी दूकानदार भाई.., मेरे इस विचार से सहमत हो, इसे बाकी दुकानदारों को फॉरवर्ड करे....।
इसे ज्यादा से ज्यादा लोगो तक पहुचाये.....,
और जब तक अपने आप पर हो रहे अत्याचार बंद नहीं हो जाते...,
कसम खाओ कि, दिन में एक बार तो भी इस मैसेज को जरूर किसी ना किसी को अवश्य भेजेंगे ..., पर अपना गुस्सा शांत नहीं होने देगे .....।।
http://www.anxietyattak.com/2017/10/a-prayer-of-common-shopkeeper.html
🙏 मन्दी से परेशान, एक व्यापारी 🙏
Respected Modiji,
Bests Regards !
🌹 A Prayer Of Common Shopkeeper 🌹
I am writing to send this message to you. Because, Modiji and BJP have been my idol from the beginning ...
I am a common shopkeeper ..., I work hard every day from morning to night ... and I do my work with full sincerity and devotion. Surely you will definitely realize this. Before coming into politics, you used to own a tea shop.
But now, I have been very upset with you and your government ... Whatever decision your government takes without thinking, we have a great effect on all the shopkeepers ... we fix every month Salary does not get ... Every day we have to earn ourselves ... .. Your government's decision above ...
Even during the note-taking, due to your decisions, the biggest loss was due to the shopkeeper logo ... but before we were silent that maybe there will be some benefit later ... but no ... this ban on ban In the program, not even a single day of single government employee spent the entire country in the program .... But, we made a whole month of business dealer with you.
Let's not talk about it. Because you are our ideals and we are the suretosed BJP devotees ....
What do you think ..., the country's biggest terrorist and intruder, we are the shopkeepers .......
But no matter ..... We again talk about tapping our eyes ..., Jai Modiji .... Jai Modiji .... every house Modiji .....
If we talk about GST, then we have filled the shopkeeper businessman, regular tax, and will continue to fill. No shopkeeper thinks why I should pay a tax But the problem is that, due to the complexity of tax filing, it has to go to CA, paying 3 times (weighted tax) a month. Now the CA is also preparing to pay its fees 4 times. It is also reasonable, because now CA has to work 4 times more times a shopkeeper.
On the second hand shopkeeper, it is that he will have to keep an account now. He will also have to pay the salary. Computer and account knowledge will not be available in less than Rs.10 thousand.
Now the businessmen are speaking. 65% of the businessmen in the country, who have less than 70 lakh turnover, come in the composition scheme. They have to give 1% of their cell tax. Let's get it right. Now let's talk about 1%. If a shopkeeper sells about 5.83 lakh cement for one month, then approximately 7 million of the year is consumed. The cement bag is around 24,200 in 70 lakhs. Today, in the Competition, the shopkeeper earns 3 to 4 rupees for a bag cement. Now the earning of these cement bags sales is around Rs. 96,000 / -. Now, 1% of the cell is paying a tax of 70,000 / - but it avoids only Rs. 26,000. Filling the shop rent with this money, running the house for the whole year.
Please tell me how is this possible .........
Jaitley can never understand this thing, because he never ran the shop.
Now the point is: - Even if you are a shopkeeper (Modiji), we will continue to increase the sufferings of the shopkeepers instead of understanding them, we also keep stones on our lapses, and in every election coming from now, will not give...... It is a straightforward thing ..., you have closed our business ..., then now we will shut down your business ..... You will know Modiji ..., when your stomach kicks, then how does it feel .....
Whatever the shopkeeper brother .., agree with this idea, forward it to the rest of the shopkeepers ..... Bring it
to more and more people ....., and as long as the atrocities on your own will not stop ..., swear that, even once a day, this message will definitely send to someone or someone. ..., but do not let your anger calm down .......
Bothered by the chase, a Businessman 🙏
🌹 A Prayer Of Common Shopkeeper 🌹
आदरणीय मोदीजी,
सादर प्रणाम !
🌹एक आम दूकानदार कि प्रार्थना । 🌹
ये मैसेज ख़ास आप तक पहुंचाने के लिए लिख रहा हु ....। क्योकि, मोदीजी और BJP शुरू से ही मेरे आदर्श रहे है....।
मै एक आम दूकानदार हु...., रोज सुबह से रात तक मै अपनी दुकान पर कडी मेहनत करता हु...और पूरी ईमानदारी और कर्त्तव्य निष्ठां से अपना काम करता हु.... निश्चितही आपको इस बात का अहसास जरूर होगा। क्योकि राजनीति में आने से पहले आप भी एक चाय की दुकान ही लगाते थे ।
परन्तु, अब मै आपसे और आपकी सरकार से काफी परेशान हो चूका हु.....आपकी सरकार बिना सोचे समझे जो फैसले लेती है, उनसे हम सभी दुकानदारों पर बहुत असर पड रहा है......हमें हर महीने कोई फिक्स सैलरी तो मिलती नहीं .....हर दिन हमें खुद ही कमाना पड़ता है..…ऊपर से आपकी सरकार के फैसले.....
नोटबंदी के वक्त भी आपके फैसलों की वजह से सबसे ज्यादा नुकसान हम दुकानदार लोगो का ही हुआ था...,पर पहले हम चुप थे कि, शायद बाद में कोई फायदा मिलेगा....परन्तु नहीं....इस पुरे नोटबंदी के प्रोग्राम में पूरे देश में एक भी सरकारी कर्मचारी का एक भी दिन का भी पैसा नहीं डूबा.... परंतु, हम व्यापारी लोगोका पूरे एक महीने का धंधा आपने चौपट कर दिया....।
चलो कोई बात नहीं....,बर्दाश्त किया हमने....। क्योकि आप हमारे आदर्श और हम ठहरे पक्के BJP भक्त....
आपको क्या लगता है...., देश के सबसे बड़े आतंकवादी और घुसपैठिये हम दूकानदार लोग ही है......।
पर कोई बात नहीं.....हम फिर अपनी आँखों पे पट्टी बाँध के बोले...., जय मोदीजी....जय मोदीजी.... हर घर मोदीजी....।
रही बात GST की, तो हम दुकानदार व्यापारी, रेग्युलर टॅक्स भरते आये है, और भरते रहेंगे । कोई दुकानदार ऐसा नहीं सोचता की, मै टॅक्स क्यों भरू। लेकिन दिक्कत ये है की, टॅक्स भरने के जटिल तरीके के कारण, महीने में 3 बार (वेटवाले) टॅक्स भरणे CA के पास, जाना पडता है। अब CA भी अपनी फ़ीस 4 गुना करने की तैयारी में है। वाजिब भी है , क्योकि, अब CA को वर्ष में 4 गुना ज्यादा बार दुकानदार का काम करना पडता है।
दूसरी मार दुकानदार पर ये है की, उसको अब एक अकाऊंटंट भी रखना पड़ेगा। उसको भी पगार देनी होगी। कंप्यूटर और अकाउंट का जानकार , रुपये 10 हजारसे कम में तो मिलेगा नहीं।
अब व्यापारियो को बोल रहे है। देश में 65 % व्यापारी तो, 70 लाख से कम टर्न-ओव्हर वाले है,वो कम्पोजीशन स्कीम में आते है। उन्हें अपनी सेल का 1% टेक्स देना है। चलो यह ठीक है। अब बात करते है 1% की । एक दुकानदार अगर लगभग 5.83 लाख की सीमेंट 1 महीने में बेचता है, तो साल के 70 लाख की लगभग खपत होती है। 70 लाख में सिमेंट बैग, लगभग 24,200 होते है। आज कॉम्पिटेशन में दुकानदार एक बॅग सिमेंटपर 3 से 4 रूपये कमाता हे। अब इन सिमेंट बॅग्ज विक्री की कूल कमाई हुई, लगभग 96,000/- रूपये। अब सेल का 1% 70,000/- का उसको टॅक्स भरना है, पर उसको बचते है सिर्फ 26,000 रूपये। इस पैसे से उसको दुकान किराया भरना, पुरे वर्ष खुद का घर चलाना है ।
कृपया बताइये, यह कैसे संभव है........।
ये बात जेटलीजी कभी समज नहीं सकते, क्योकि, उन्होंने कभी दुकान चलाई ही नही ।
अब मुद्दे कि बात : - आप एक दूकानदार आदमी (मोदीजी) होकर भी, हम दुकानदारों कि तकलीफ समझने कि बजाय, और ज्यादा तकलीफे बढ़ाते रहोगे, तो हम भी अपने कलेजे पे पत्थर रखकर अब से आने वाले हर इलेक्शन में BJP को एक भी वोट नहीं देंगे.....। सीधी सी बात है...., आपने हमारा धंधा बंद करवाया......, तो फिर अब हम आपका धंधा बंद करवायेंगे....। आपको तब पता चलेगा मोदीजी..., जब आपके पेटपे लात पड़ेगी तो, कैसा महसुस होता है ....।
जो भी दूकानदार भाई.., मेरे इस विचार से सहमत हो, इसे बाकी दुकानदारों को फॉरवर्ड करे....।
इसे ज्यादा से ज्यादा लोगो तक पहुचाये.....,
और जब तक अपने आप पर हो रहे अत्याचार बंद नहीं हो जाते...,
कसम खाओ कि, दिन में एक बार तो भी इस मैसेज को जरूर किसी ना किसी को अवश्य भेजेंगे ..., पर अपना गुस्सा शांत नहीं होने देगे .....।।
http://www.anxietyattak.com/2017/10/a-prayer-of-common-shopkeeper.html
🙏 मन्दी से परेशान, एक व्यापारी 🙏
Subscribe to:
Posts (Atom)