Inspirational प्रेरणादायक

प्रेरणादायक...

दीपावली के दिन जयपुर शहर के स्कूटर कंपनी होंडा का शोरूम बंद होने ही वाला था कि 13 वर्ष के एक बच्चे ने अपनी बहन के साथ प्रवेश किया... दोनों ने अपने हाथों में बैग ले रखे थे... 

Rs 62,000 रुपए के सिक्के लेकर यश बड़ी बहन रूपल के लिए स्कूटी खरीदने आया था... 

इतने सिक्के देखकर शोरूम कर्मचारी हैरान रह गए... 

उन्होंने एक बार तो स्कूटर देने से मना कर दिया... 

परन्तु जब यश ने पूरी बात बताई तो शोरूम मैनेजर ने स्कूटी देने के लिए अपनी सहमति दे दी।

आठवीं में पढ़ने वाला यश और उसकी बहन रूपल दो वर्षों से अपना जेब खर्च जमा कर रहे थे... 

यश के पिता की आटा चक्की है... 

दोनों को जेब खर्च सिक्कों में ही मिलता था... 

जब नोट भी मिलते तो वे इस डर से सिक्कों में बदलवा लेते कि कहीं खर्च हो जाए... जब 62,000 रुपए एकत्र हो गए तो दोनों स्कूटी लेने पहुंच गए... माता-पिता को सरप्राइज देना चाहते थे, इसलिए अपने मामा को साथ लिया।

होंडा एडवेंट के जनरल मैनेजर ने बताया कि यह हमारे लिए पहला ऐसा मामला था, जब कोई पूरा पैसा सिक्कों के रूप में लेकर स्कूटर खरीदने आया... 

इससे पहले एक बार एक व्यक्ति 29,000 रुपए सिक्कों के रूप में लाया था... 

यह पूरा मामला भवनात्मक था, इसलिए हमने शोरूम को यश और उसकी बहन रूपल के लिए देर तक खोले रखा... 


पूरे स्टाफ ने बैठकर दो-ढाई घंटों में सिक्कों को गिना।
प्रेरणादायक
http://www.anxietyattak.com/2017/11/inspirational.html









Inspirational ...

On the day of Deepawali, the showroom of Jaipur city's scooter company Honda was about to close, that a 13-year-old child entered with his sister ... both of them had taken bags in their hands ... with a coin of Rs 62,000 The elder sister had come to buy scooty for Rupal ... ... the showroom employees were surprised by seeing so many coins ... they once refused to give a scooter ... But when the show told the whole thing, the showroom manager gave the scoti Gave their consent for the purpose.

Yash in the eighth and his sister was depositing their pocket expenses for two years ... Yash's father's flour mill ... Both pocket expenses were spent in coins ... when they got notes too If you get converted into coins from this fear ... when Rs 62,000 was collected then both of them got to take a scooty ... wanted to surprise parents, so take your mama together.

The General Manager of Honda Adventist said that this was the first case for us when a whole lot of money came to buy a scooter in the form of coins ... once before that a person had brought 29,000 rupees as coins ... The case was devotional, so we kept the showroom open for the success of his sister and her sister ... The whole staff counted the coins in two to two and a half hours.

http://www.anxietyattak.com/2017/11/inspirational.html

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ले ले ले ले ले ले ले रे चल बेटा सेल्फी ले ले रे..

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   \ 👅 /     
✋🎽c👍
     👖
     /  \
   👞👞
एक दम नया ...😜

बदलती दुनियां का ऐसा  असर  होने लगा,
आदमी पागल 😔 और फोन स्मार्ट होने लगा है।


एक दम नया है घुमा डालो पुरे ग्रुप में

Daughter

लड़कियों के स्कूल में आने वाली नई टीचर ख़ूबसूरत और शैक्षणिक तौर पर भी मज़बूत थी लेकिन उसने अभी तक शादी नहीं की थी..

 सब लड़कियां उसके इर्द-गिर्द जमा हो गईं और मज़ाक़ करने लगीं कि मैडम आपने अभी तक शादी क्यों नहीं की..?

मैडम ने दास्तान कुछ यूं शुरू की_एक महिला की पांच बेटियां थीं, पति ने उसको धमकी दी कि अगर इस बार भी बेटी हुई तो उस बेटी को बाहर किसी सड़क या चौक पर फेंक आऊंगा,

ईश्वर की मर्जी वो ही जाने कि छटी बार भी बेटी पैदा हुई और पति ने बेटी को उठाया और रात के अंधेरे में शहर के बीचों-बीच चौक पर रख आया, मां पूरी रात उस नन्ही सी जान के लिए दुआ करती रही और बेटी को ईश्वर के सुपुर्द कर दिया।

दूसरे दिन सुबह पिता जब चौक से गुज़रा तो देखा कि कोई बच्ची को ले नहीं गया बाप बेटी को वापस घर लाया लेकिन दूसरी रात फिर बेटी को चौक पर रख आया लेकिन रोज यही होता रहा हर बार पिता बाहर रख आया और जब कोई लेना जाता तो मजबूरन वापस उठा लाता,

यहां तक कि उसका पिता थक गया और ईश्वर की मर्जी पर राज़ी हो गया। फिर ईश्वर ने कुछ ऐसा किया कि एक साल बाद मां फिर पेट हो गई और इसबार उनको बेटा हुआ, लेकिन कुछ ही दिन बाद बेटियों में से एक की मौत हो गई यहां तक कि माँ पांच बार पेट से हुई और पांच बेटे हुए लेकिन हर बार उसकी बेटियों में से एक इस दुनियां से चली जाती ।

सिर्फ एक ही बेटी ज़िंदा बची और वो वही बेटी थी जिससे बाप जान छुड़ाना चाह रहा था, मां भी इस दुनियां से चली गई इधर पांच बेटे और एक बेटी सब बड़े हो गए टीचर ने कहा पता है वो बेटी जो ज़िंदा रही कौन है.? "वो मैं हूं" और मैंने अभी तक शादी इसलिए नहीं की कि बाप इतने बूढ़े हो गए हैं कि अपने हाथ से खाना भी नहीं खा सकते और कोई दूसरा नहीं जो उनकी सेवा करें। 

बस मैं ही उनकी खिदमत किया करती हूं और वो पांच बेटे कभी कभी आकर पिता का हालचाल पूछ जाते हैं ।


पिता हमेशा शर्मिंदगी के साथ रो रो कर मुझ से कहा करते हैं, मेरी प्यारी बेटी जो कुछ मैंने बचपन में तेरे साथ किया उस पर मुझे माफ करना, 
मैंने कहीं बेटी की बाप से मुहब्बत के बारे मैं एक प्यारा सा किस्सा पढा था कि एक पिता बेटे के साथ फुटबॉल खेल रहा था। और बेटे की हौसला बढ़ाने के लिए जान बूझ कर हार रहा था। दूर बैठी बेटी बाप की हार बर्दाश्त ना कर सकी और बाप के साथ लिपट के रोते हुए बोली बाबा आप मेरे साथ खेलें, ताकि मैं आपकी जीत के लिए हार सकूँ ।

 सच ही कहा जाता है कि बेटी तो बाप के लिए रहमत होती है..










The new teacher coming to the girls' school was beautiful and educationally strong but she had not yet married.

 All the girls gathered around him and started joking that Madam, why have not you got married yet?

Madam started something like this- a woman had five daughters, the husband threatened her that if this time the daughter was born then that daughter would be thrown out on a street or a square,

It is God's will that only a few times a daughter was born and the husband picked up the daughter and kept him in the middle of the night in the middle of the city, the mother continued to pray for that little life for the whole night, Handed over.

On the second day the father passed through the square and saw that no child had taken him. The father brought the daughter back home but on the second night, the daughter kept her in the square, but every time this happens, the father came out every time and when someone went Forced to back up,

Even his father was tired and agreed to God's will. Then God did something that after a year the mother again became stomach and this time she had a son, but a few days later, one of the daughters died and even mother had five times in the stomach and had five sons but every time One of her daughters would go away from this world.

Only one daughter survived and she was the same daughter, whom she was trying to get rid of the father, mother also went away from this world. Here, five sons and a daughter grew up, the teacher said, "I know that daughter who is alive, who is alive?" "That's me" and I have not yet married so much that the father has become so old that he can not even eat food with his own hands and there is no second who can serve him. I only do his khidmat and those five sons sometimes come and ask for the father's movement.
Father always cry with embarrassment and say to me, my beloved daughter, whatever I did with you in my childhood, forgive me,
I read a cute story about a girl's daughter-in-law, that a father was playing football with the son. And was intentionally losing his son to encourage him. The daughter sitting far away could not bear the loss of the father and the father weeping with the father, you play with me so that I can defeat you for your victory.

 It is said in truth that a daughter is a confession to the father.

Share part of the Earnings

*कमाई का हिस्सा अवश्य बाँटें*

 एक बहुत अमीर आदमी ने रोड के किनारे एक भिखारी से पूछा.. "तुम भीख क्यूँ मांग रहे हो जबकि तुम तन्दुरुस्त  हो...??"

भिखारी ने जवाब दिया... "मेरे पास महीनों से कोई काम नहीं है...
अगर आप मुझे कोई नौकरी दें तो मैं अभी  से भीख मांगना छोड़ दूँ"

अमीर मुस्कुराया और कहा.. "मैं तुम्हें कोई नौकरी तो नहीं दे सकता ..
लेकिन मेरे पास इससे भी अच्छा कुछ है... 
क्यूँ नहीं तुम मेरे बिज़नस पार्टनर बन जाओ..."

भिखारी को उसके  कहे पर यकीन नहीं हुआ... 
"ये आप क्या कह रहे हैं क्या ऐसा मुमकिन है...?"

"हाँ मेरे पास एक चावल का प्लांट है.. तुम चावल बाज़ार में सप्लाई करो और जो भी मुनाफ़ा होगा उसे हम महीने के अंत में आपस में बाँट लेंगे.."

भिखारी के आँखों से ख़ुशी के आंसू निकल पड़े... 
" आप मेरे लिए जन्नत के फ़रिश्ते बन कर आये हैं मैं किस कदर आपका शुक्रिया अदा करूँ.."

फिर अचानक वो चुप हुआ और कहा.. "हम मुनाफे को कैसे बांटेंगे..?
क्या मैं 20% और आप 80% लेंगे ..या मैं 10% और आप 90% लेंगे..
जो भी हो ...मैं तैयार हूँ और बहुत खुश हूँ..."

अमीर आदमी ने बड़े प्यार से उसके सर पर हाथ रखा ..
"मुझे मुनाफे का केवल 10% चाहिए बाकी 90% तुम्हारा ..ताकि तुम तरक्की कर सको.."

भिखारी अपने घुटने के बल  गिर पड़ा.. और रोते हुए बोला... 
"आप जैसा कहेंगे मैं वैसा ही करूंगा... मैं आपका बहुत शुक्रगुजार हूँ ...।

और अगले दिन से भिखारी ने काम शुरू कर दिया ..उम्दा चावल और 
बाज़ार से सस्ते... और दिन रात की मेहनत से..बहुत जल्द ही उसकी बिक्री 
काफी बढ़ गई... रोज ब रोज तरक्की होने लगी....

और फिर वो दिन भी आया जब मुनाफा बांटना था.

और वो 10% भी अब उसे बहुत ज्यादा लग रहा  था... उतना उस भिखारी ने कभी सोचा भी नहीं था... अचानक एक शैतानी ख्याल उसके दिमाग में आया...

"दिन रात मेहनत मैंने की है...और उस अमीर आदमी ने कोई भी काम नहीं किया.. सिवाय मुझे अवसर देने की..मैं उसे ये 10% क्यूँ दूँ ...वो इसका 
हकदार बिलकुल भी नहीं है..।

और फिर वो अमीर आदमी अपने नियत समय पर मुनाफे में 
अपना हिस्सा 10% वसूलने आया और भिखारी ने जवाब दिया
" अभी कुछ हिसाब बाक़ी है, मुझे यहाँ नुकसान हुआ है, लोगों से कर्ज की अदायगी बाक़ी है, ऐसे शक्लें बनाकर उस अमीर आदमी को हिस्सा देने को टालने लगा."

अमीर आदमी ने कहा के "मुझे पता है तुम्हे कितना मुनाफा हुआ है फिर कयुं तुम मेरा हिस्सा देनेसे टाल रहे हो ?"

उस भिखारी ने तुरंत जवाब दिया "तुम इस मुनाफे के हकदार नहीं हो ..क्योंकि सारी मेहनत मैंने की है..."

अब सोचिये...
अगर वो अमीर हम होते और भिखारी से ऐसा जवाब सुनते ..
तो ...हम क्या करते ?

ठीक इसी तरह.........

भगवान  ने हमें जिंदगी दी..हाथ- पैर..आँख-कान.. दिमाग दिया..
 समझबूझ  दी...बोलने को जुबान दी...जज्बात दिए..."

अपनी Income से   %  निकाल कर अछे कामो मे लगाना चाहिए   और...

भगवान का शुक्रिया अदा करना चाहिए  जिसने हमें  जिंदगी दी सुख दिए ..









* Share part of the Earnings *

 A very rich man asked a beggar on the road side ... "Why are you asking for begging while you are tired ... ??"

The beggar replied ... "I have no work from months ...
If you give me a job, then I will never beg for it. "

The rich smiled and said .. "I can not give you any job.
But I have something even better ...
Why do not you become my business partner ... "

The beggar did not believe her ...
"What are you saying that is possible ...?"

"Yes I have a rice plant ... supply you in the rice market and we will divide the dividends which will be shared by the end of the month."

The eyes of the beggar tears out of happiness ...
"You have come to me as angels of heaven, how thank you I am ..."

Then suddenly she kept quiet and said .. "How do we share the profits ..?
Will I take 20% and you get 80% .. or I will take 10% and you will get 90% ..
Whatever ... I am ready and very happy ... "

The rich man put his hands on his head with great love.
"I only need 10% of the profits, the rest 90% yours ... so that you can grow."

The beggar fell on his knees and cried ...
"I will do as you say ... I am very grateful to you ....

And the next day the beggar started the work .. good rice and
Cheap from the market ... and day-night hard work .. selling it very soon
Increased ... daily fast progressed ...

And then the day came when the profit was to be distributed.

And that 10% was now feeling too much ... the beggar had never even thought ... suddenly a satanic thought came to his mind ...

"I have worked hard day and night ... and that rich man did no work .. except to give me the opportunity ... why should I give him 10% ... he
Not entitled either ...

And then the rich man in profits at his appointed time.
Your share came 10% and the beggar responded
"There is still some accountability, I have suffered losses here, people have repayed the debt, making such complexes and avoiding the share of that rich person."

The rich man said, "I know how much profit has happened to you then why are you avoiding giving me my share?"

The beggar immediately responded "You are not entitled to this profit .. because all the hard work I have done ..."

Think now ...
If they were rich, we would have heard such a reply from the beggar.
So what did we do ?

Just like that .........
God has given us life..Hath - leg..nakh-ear .. brains ..
 Understand ... Speak to Speech ... Give Emotion ... "

We must remember that in 24 hours of the day 10% God has the right ....
We have to persuade him to pay homage to God in Simran.

10% of your income should be removed and done in good work and ... should thank God who gave us the pleasure given life ..

Read and listen diligently



" एक बार जरुरपढे " कहानी - 

पढ़ाई पूरी करने के बाद एक छात्र किसी बड़ी कंपनी में नौकरी पाने की चाह में इंटरव्यू देने के लिए पहुंचा....

छात्र ने बड़ी आसानी से पहला इंटरव्यू पास कर लिया...

अब फाइनल इंटरव्यू
कंपनी के डायरेक्टर को लेना था...

और डायरेक्टर को ही तय
करना था कि उस छात्र को नौकरी पर रखा जाए या नहीं...

डायरेक्टर ने छात्र का सीवी (curricular vitae)  देखा और पाया  कि पढ़ाई के साथ- साथ यह  छात्र ईसी (extra curricular activities)  में भी हमेशा अव्वल रहा...

डायरेक्टर- "क्या तुम्हें  पढ़ाई के दौरान
कभी छात्रवृत्ति (scholarship)  मिली...?"

छात्र- "जी नहीं..."

डायरेक्टर- "इसका मतलब स्कूल-कॉलेज  की फीस तुम्हारे पिता अदा करते थे.."

छात्र- "जी हाँ , श्रीमान ।"

डायरेक्टर- "तुम्हारे पिताजी  क्या काम  करते  है?"

छात्र- "जी वो लोगों के कपड़े धोते हैं..."

यह सुनकर कंपनी के डायरेक्टर ने कहा- "ज़रा अपने हाथ तो दिखाना..."

छात्र के हाथ रेशम की तरह मुलायम और नाज़ुक थे...

डायरेक्टर- "क्या तुमने कभी  कपड़े धोने में अपने  पिताजी की मदद की...?"

छात्र- "जी नहीं, मेरे  पिता हमेशा यही चाहते थे 
कि मैं पढ़ाई  करूं और ज़्यादा से ज़्यादा किताबें
पढ़ूं...

हां , एक बात और, मेरे पिता बड़ी तेजी  से कपड़े धोते हैं..."

डायरेक्टर- "क्या मैं तुम्हें  एक काम कह सकता हूं...?"

छात्र- "जी, आदेश कीजिए..."

डायरेक्टर- "आज घर वापस जाने के बाद अपने पिताजी के हाथ धोना...
फिर कल सुबह मुझसे आकर मिलना..."

छात्र यह सुनकर प्रसन्न हो गया...
उसे लगा कि अब नौकरी  मिलना तो पक्का है,

तभी तो  डायरेक्टर ने कल फिर बुलाया है...

छात्र ने घर आकर खुशी-खुशी अपने पिता को ये सारी बातें बताईं और अपने हाथ दिखाने को कहा...

पिता को थोड़ी हैरानी हुई...
लेकिन फिर भी उसने बेटे
की इच्छा का मान करते हुए अपने दोनों हाथ उसके
हाथों में दे दिए...

छात्र ने पिता के हाथों को धीरे-धीरे धोना शुरू किया। कुछ देर में ही हाथ धोने के साथ ही उसकी आंखों से आंसू भी झर-झर बहने लगे...

पिता के हाथ रेगमाल (emery paper) की तरह सख्त और जगह-जगह से कटे हुए थे...

यहां तक कि जब भी वह  कटे के निशानों पर  पानी डालता, चुभन का अहसास
पिता के चेहरे पर साफ़ झलक जाता था...।

छात्र को ज़िंदगी में पहली बार एहसास हुआ कि ये
वही हाथ हैं जो रोज़ लोगों के कपड़े धो-धोकर उसके
लिए अच्छे खाने, कपड़ों और स्कूल की फीस का इंतज़ाम करते थे...

पिता के हाथ का हर छाला सबूत था उसके एकेडैमिक कैरियर की एक-एक
कामयाबी का...

पिता के हाथ धोने के बाद छात्र को पता ही नहीं चला कि उसने  उस दिन के बचे हुए सारे कपड़े भी एक-एक कर धो डाले...

उसके पिता रोकते ही रह गए , लेकिन छात्र अपनी धुन में कपड़े धोता चला गया...

उस रात बाप- बेटे ने काफ़ी देर तक बातें कीं ...

अगली सुबह छात्र फिर नौकरी  के लिए कंपनी के  डायरेक्टर के ऑफिस में था...

डायरेक्टर का सामना करते हुए छात्र की आंखें गीली थीं...

डायरेक्टर- "हूं , तो फिर कैसा रहा कल घर पर ?
क्या तुम अपना अनुभव मेरे साथ शेयर करना पसंद करोगे....?"

छात्र- " जी हाँ , श्रीमान कल मैंने जिंदगी का एक वास्तविक अनुभव सीखा...

नंबर एक... मैंने सीखा कि सराहना क्या होती है...
मेरे पिता न होते तो मैं पढ़ाई में इतनी आगे नहीं आ सकता था...

नंबर दो... पिता की मदद करने से मुझे पता चला कि किसी काम को करना कितना सख्त और मुश्किल होता है...

नंबर तीन.. . मैंने रिश्तों की अहमियत पहली बार
इतनी शिद्दत के साथ महसूस की..."

डायरेक्टर- "यही सब है जो मैं अपने मैनेजर में देखना चाहता हूं...

मैं यह नौकरी केवल उसे  देना चाहता हूं जो दूसरों की मदद की कद्र करे,
ऐसा व्यक्ति जो काम किए जाने के दौरान दूसरों की तकलीफ भी महसूस करे...

ऐसा शख्स जिसने
सिर्फ पैसे को ही जीवन का ध्येय न बना रखा हो...

मुबारक हो, तुम इस नौकरी  के पूरे हक़दार हो..."

आप अपने बच्चों को बड़ा मकान दें, बढ़िया खाना दें,
बड़ा टीवी, मोबाइल, कंप्यूटर सब कुछ दें...

लेकिन साथ ही  अपने बच्चों को यह अनुभव भी हासिल करने दें कि उन्हें पता चले कि घास काटते हुए कैसा लगता है ?

उन्हें  भी अपने हाथों से ये  काम करने दें...

खाने के बाद कभी बर्तनों को धोने का अनुभव भी अपने साथ घर के सब बच्चों को मिलकर करने दें...

ऐसा इसलिए
नहीं कि आप मेड पर पैसा खर्च नहीं कर सकते,
बल्कि इसलिए कि आप अपने बच्चों से सही प्यार करते हैं...

आप उन्हें समझाते हैं कि पिता कितने भी अमीर
क्यों न हो, एक दिन उनके बाल सफेद होने ही हैं...

सबसे अहम हैं आप के बच्चे  किसी काम को करने
की कोशिश की कद्र करना सीखें...

एक दूसरे का हाथ
बंटाते हुए काम करने का जज्ब़ा अपने अंदर 
लाएं...

यही है सबसे बड़ी सीख..............

 उक्त कहानी यदि पसंद आई हो तो अपने परिवार में सुनाएँ और अपने बच्चों को सर्वोच्च शिक्षा प्रदान कराये

 दिल से पढ़ो और ग़ौर करो
💓💞💕💓💗💓💕💖

1.जिस दिन तूम हमें  बूढ़ा 👴👵 देखो तब
सब्र करना और हमें समझने की कोशिश करना💓

 2.जब हम कोई बात भूल जाएं तो हम पर गु़स्सा😡 मत करना औरअपना बचपन 👼👶 याद करना🔱

3.जब हम बूढ़े 👵👴 होकर चल 🏃ना पायें तो हमारा सहारा  👫 बनना औरअपना पहला क़दम👣याद करना

4.जब हम बीमार🌾 हो जाएं तो वो दिन याद करके हम पर अपने पैसे💰खर्च करना जब हम तुम्हारी ख्वाहिशों 👔🎅🎁💝🎂को पूरी करने के लिये अपनी ख्वाहिशें क़ुरबान 💔🙇करते थे

👪 हमें अपने से अलग करने से पहले याद करना वो दिन जब हमारे 🏡 से बाहर होने पर तुम्हारे 😭 आँख के आँसू नहीं रुकते थे! 
👏👏👏👏👏👏👏🙌कृपया 🙏☝ अपने माँ बाप 👴👵का आदर करं














"Once Upon a Time" Storyline

After completing the studies, a student reached for a job interview in a company seeking a job.

The student easily passed the first interview ...

Now Final Interview
The director of the company had to take ...

And the director fixed himself
Whether to hire a student or not ...

The director saw the student's curriculum vitae and found that along with studies, this student was always the top in the extra curricular activities ...

Director- "Did you study
Ever got scholarship ...? "

Students- "No ..."

Director- "It meant that your father used to pay the school-college fees .."

Student- "Yes, sir."

Director- "What does your dad do?"

Student- "He is washing clothes of people ..."

After listening to this, the company's director said, "Show your hands ..."

Student's hands were soft and delicate like silk ...

Director- "Did you ever help your father in washing clothes ...?"

Student- "No, my father always wanted this
That I study and more books
I read ...

Yes, one thing else, my father is washing clothes fast ... "

Director- "Can I call you a job ...?"

Students- "Yes, order it ..."

Director- "Today, after going home, wash your father's hand ...
Then meet me from tomorrow morning ... "

Students are pleased to hear ...
He felt that now it is sure to get a job,

Only then the director has called back tomorrow ...

The student came home and happily told these things to his father and asked to show his hand ...

Father was a little surprised ...
But still he
Assuming the desire of both of his hands
In the hands ...

The student started washing the father's hands slowly. In the meantime, after washing his hands, his eyes started tears and tears also flowed ...

Father's hand was cut from hard and place like emery paper ...

Even whenever he pours water on the cut marks, the feeling of prick
Father's face was glimpsed ...

The student realized that for the first time in life
The hands are the ones that wash the clothes of the people everyday
To arrange good food, clothing and school fees ...

Every blister of the father's hand was proof one of his academic career
Of success

After washing his father's hands, the student did not realize that he washed the whole of the clothes left on that day ...

Her father was stopping, but the student washed the clothes in his tune ...

That night the father-son talked for a long time ...

The next morning the student was again in the company's director's office for the job ...

The student's eyes were wet while facing the director ...

Director- "I am, how was it going at home tomorrow?
Would you like to share your experience with me ....? "

Student- "Yes, sir. Yesterday I learned a real life experience ...

Number one ... I learned what's going on ...
If I had no father then I could not have come so far in studies ...

Number two ... By helping the father, I came to know that it is difficult and difficult to do any work ...

number three.. . I value the relationship for the first time
Feeling so insincere ... "

Director- "That's all I want to see in my manager ...

I want to give this job only to those who help others,
A person who feels the pain of others while working ...

Such a person who
Only money has not made the goal of life ...

Congratulations, you are entitled to this job ... "

You give your children a big house, give good food,
Give big TV, mobile, computer everything ...

But also let your children get this experience so that they can know how it feels like cutting grass.

Let them also do this work with their hands ...

Even after eating, you should also have the experience of washing the utensils together with all the children in the house ...

That's why
Not that you can not spend money on Med,
But because you love your children right ...

You explain them how rich the father is.
Why not, one day their hair is white ...

The most important thing is that your children do any work
Learn how to strive for ...

Each other's hands
Divination
Bring ...

This is the greatest learning ..............

 If you like the story, tell it in your family and provide the highest education to your children.

 Read and listen diligently
💓💞💕💓💗💓💕💖

1. The day you see us old
Be patient and try to understand us

 2. When we forget something, do not get angry at us and remember your childhood.

3.When we get older, we can become our support and make our first step.

4.When we become sick, remembering that day, we spend our money on us when we used to pray our wishes to fulfill your wishes.

पहले Remembering before separating us from those days when you were out of our पर your eyes did not stop tears!


👏👏👏👏👏👏👏🙌 Please respect your parents

Do not be Limited to YourSelf. Socialize

A rat lived in a butcher's house with a bill.

One day, the rat saw that the butcher and his wife were extracting something from a bag. The rat thought that maybe there is some food item.

Seeing anxiously, he found that he was a mouse hunter.

When he thought of danger, he went back into the backyard and told the pigeon that the mouse has come in the house.

Pigeon jokingly said what me? Who is I stuck in that?

The frustrated Rat went to tell this thing to the cock

The chicken said screaming ... Go brother ... This is not my problem.

The desperate rat went into the enclosure and told the goat this thing ... and the goat laughed and started laughing.

That night, there was a tinge of nihil in the rat, in which a poisonous snake was trapped.

Understanding his tail in the dark as the rat, the butcher's wife removed him and the snake dumped him.

When the person got sick, he called the Hakim. Hakim asked him to give a pigeon's soup.

The pigeon was now boiling in the patial.

Upon hearing the news, many relatives of that butcher came to meet, for the food management, the same chick was cut the next day.

After a few days, the butcher's wife became right, and if the person held a banquet for some well wishers, then the goat was cut.

The rat had now gone away, too far ......... ..

Next time someone should tell you your problem and you feel that this is not my problem, then stop and think again.

If one part of society, a section, a citizen is in danger then the whole country is in danger.

* _ Exit your own realm. Do not be limited to yourself. Socialize .. "






एक चूहा एक कसाई के घर में बिल बना कर रहता था।

एक दिन चूहे ने देखा कि उस कसाई और उसकी पत्नी एक थैले से कुछ निकाल रहे हैं। चूहे ने सोचा कि शायद कुछ खाने का सामान है।

उत्सुकतावश देखने पर उसने पाया कि वो एक चूहेदानी थी।

ख़तरा भाँपने पर उस ने पिछवाड़े में जा कर कबूतर को यह बात बताई कि घर में चूहेदानी आ गयी है।

कबूतर ने मज़ाक उड़ाते हुए कहा कि मुझे क्या? मुझे कौनसा उस में फँसना है?

निराश चूहा ये बात मुर्गे को बताने गया।

मुर्गे ने खिल्ली उड़ाते हुए कहा… जा भाई.. ये मेरी समस्या नहीं है।

हताश चूहे ने बाड़े में जा कर बकरे को ये बात बताई… और बकरा हँसते हँसते लोटपोट होने लगा।

उसी रात चूहेदानी में खटाक की आवाज़ हुई,  जिस में एक ज़हरीला साँप फँस गया था।

अँधेरे में उसकी पूँछ को चूहा समझ कर उस कसाई की पत्नी ने उसे निकाला और साँप ने उसे डस लिया।

तबीयत बिगड़ने पर उस व्यक्ति ने हकीम को बुलवाया। हकीम ने उसे कबूतर का सूप पिलाने की सलाह दी।

कबूतर अब पतीले में उबल रहा था।

खबर सुनकर उस कसाई के कई रिश्तेदार मिलने आ पहुँचे जिनके भोजन प्रबंध हेतु अगले दिन उसी मुर्गे को काटा गया।

कुछ दिनों बाद उस कसाई की पत्नी सही हो गयी, तो खुशी में उस व्यक्ति ने कुछ अपने शुभचिंतकों के लिए एक दावत रखी तो बकरे को काटा गया।

चूहा अब दूर जा चुका था, बहुत दूर ……….।

अगली बार कोई आपको अपनी समस्या बतायेे और आप को लगे कि ये मेरी समस्या नहीं है, तो रुकिए और दुबारा सोचिये।

समाज का एक अंग, एक तबका, एक नागरिक खतरे में है तो पूरा देश खतरे में है।


*_अपने-अपने दायरे से बाहर निकलिये। स्वयं तक सीमित मत रहिये। सामाजिक बनिये.."

Recent 3 incidents which have shaken us & made us rethink where we are moving. 3 घटनाओं ने हमें हिल दिया है और हमें फिर से सोचें कि हम कहां चल रहे हैं

हाल ही में 3 घटनाओं ने हमें हिल दिया है और हमें फिर से सोचें कि हम कहां चल रहे हैं

1. मैन, जो 12000 करोड़ के साम्राज्य के मालिक थे, रेमंड अब मुंह के आधार पर किराए के कमरे में रह रहे हैं क्योंकि उसके बेटे ने उसे बाहर निकल कर दिखाया है।

2. अरबपति महिला मुंबई में अपने पॉश फ्लैट में निधन हो गई, उसका शरीर एक वर्ष में स्केलेटन बन गया और उनके करोड़पति बेटे को पिछले 1 साल में उनके बारे में भी जानने की परवाह नहीं थी।

3. एक आईएएस स्तर का अधिकारी आत्महत्या क्योंकि वह अपने परिवार के मुद्दों के साथ तनाव का सामना करने में असमर्थ था।

आज जो भी आपके जीवन में है, कृपया उसके साथ खुश रहें।

माइकल शुमाकर, फॉर्मूला 1 के सबसे बड़े चालकों में से एक, 2013 में एक स्की दुर्घटना के बाद अपने जीवन के लिए भूल गया और लड़ रहा है, जब वह गंभीर सिर की चोटों में लगीं! वह आज मात्र केवल 40 एलबीएस का वजन करता है और अपने जीवन के लिए रोजाना लड़ रहा है।

सोचने के लिए ... उन्होंने 91 जीपी जीते और 7 (सात) बार विश्व चैंपियन रहे। गति उसकी आत्मा में थी, लेकिन एक स्की स्थल में छूट के दिन, भाग्य ने हस्तक्षेप किया और उसका जीवन हमेशा के लिए बदल गया!

आज तक उनका मेडिकल बिल लगभग 14 मिलियन यूरो है

पत्नी को अपनी संपत्ति बेचने के लिए चिकित्सा व्यय का भुगतान करना पड़ा।

उनकी त्रासदी हम सभी के लिए जीवन में एक सबक हो सकती है पृथ्वी पर इस छोटे प्रवास में कुछ भी स्थायी नहीं है। जब जाति और धर्म के बारे में झगड़े करते हैं, तो हम सभी एक अंतर के बिना खोपड़ी और कंकाल के रूप में समाप्त होते हैं!

आपको जीवित रहने के लिए धन की ज़रूरत है लेकिन आपको इसके द्वारा उपभोग की आवश्यकता नहीं है।

अपने आप से नाराज़ मत बनो कि आप कल का आनंद लेंगे क्योंकि कल कभी नहीं आएगा।

भगवान, परिवार और दोस्तों के साथ अच्छे समय के लिए बहाने मत देना अंत में, केवल वे बात करते हैं


आज हमारे पास आज के सभी समय हैं चलो अच्छा करते हैं और संतुष्ट जीवन जीने सीखते हैं!



Recent 3 incidents which have shaken us & made us rethink where we are moving.

1. Man, who was owner of 12000 crores Empire, Raymond is now living in rented room on hand to mouth basis because of his Son has showed him Exit door.

2. Billionaire Woman died in her posh Flat in Mumbai , her body became skelton in one year and Her millionaire Son was not even bothered to know about her in last 1 year.

3. An IAS level officer suicide because he was unable to cope up stress with his family issues.

Whatever you have in your life TODAY, please be happy with that.

Michael Schumacher, one of the greatest drivers of Formula 1, is forgotten and fighting for his life after a ski accident in 2013 when he sustained severe head injuries! He weighs a mere 40lbs today and is fighting for his life daily.

To think... he won 91 GP and was 7 (seven) times world champion. The speed was in his soul but on a day of relaxation in a ski resort, fate intervened and his life changed forever!

To-date, his medical bill is around 14million Euros

wife had to sell his properties to pay the medical expenses.

His tragedy could be a lesson in life for all of us. There is nothing permanent in this short sojourn on earth. Why bicker about race and religion when we all end up as skulls and skeletons without a difference!

You need money to survive but you need not be consumed by it.

Do not be unkind to yourself by saying you will enjoy tomorrow as tomorrow may never come.

Do not give excuses to have a good time with God , family and friends. For in the end, only they matter.

All we have today is today's time. Let's do good & learn to live a contented life!